
यूपी में डेंगू का कहर, प्रदेश सरकार ने कीटनाशक छिड़कने को केंद्र से मांगा मिट्टी का तेल
डेंगू के कुल 161 मरीज मिल चुके हैं वह इकाई का इलाज घर पर जारी है तक 140 ठीक को चुके हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में डेंगू के मरीजों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। राजधानी लखनऊ रोड बाराबंकी अलीगढ़ बरेली कानपुर फतेहपुर जिले के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में डेंगू और बुखार के मरीजों की संख्या दिन पर दिन बढ़ रही है। वही यूपी सरकार के पास डेंगू का मच्छर मारने के लिए कीटनाशक छिड़कने को मिट्टी का तेल उपलब्ध नहीं है।
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केरोसिन ना होने के चलते नहीं हो पा रहा छिड़काव
बता दें कि उत्तर प्रदेश में डेंगू फैलाने वाले मच्छर एडम्स एडाप्टिव को मारने के लिए कीटनाशक रखने को केंद्र से 55000 लीटर मिट्टी का तेल मांगा गया है। बता दें कि 1 लीटर प्रथम कीटनाशक में 19 लीटर मिट्टी का तेल मिलाकर छिड़काव किया जाता है मिट्टी का तेल ना होने के कारण जो काम नहीं हो पा रहा जिससे डेंगू के मच्छरों की संख्या दिन पर दिन बढ़ कर मरीजों की हालत खस्ता कर रहा है।बता दें कि खाद रसद विभाग के विशेष सचिव दिल प्रकाश गिरी की ओर से पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय को पत्र लिखकर 55000 लीटर केरोसिन उपलब्ध कराने की मांग की गई है।
लखनऊ, कानपुर ,गाजियाबाद ,मेरठ ,अलीगढ़ सहित उत्तर प्रदेश के कई जिलों में डेंगू के मामलों की संख्या में वृद्धि का संज्ञान लेते हुए राज्य प्रशासन ने जिलाधिकारियों को डेंगू वार्ड बनाने के निर्देश दिए। बता दें कि इससे पहले स्वास्थ विभाग के अधिकारियों ने कोविड-19 तालों के रूप में अधिकारी अस्पतालों को डेंगू के रूप में सूचित दिया है।मेरठ जिले में डेंगू के मरीज मिलने का सिलसिला लगातार जारी है। बुधवार को पांच और नए मरीज मिले हैं वही कुरौना का कोई मरीज नहीं मिला है जिले में अब तक डेंगू के कुल 161 मरीज मिल चुके हैं वह इकाई का इलाज घर पर जारी है तक 140 ठीक को चुके हैं।