
युवाओं को कितना पसंद आ रहा है भारतीय twitter Koo App?
भारत में सोशल मीडिया सबसे ज्यादा युवाओं द्वारा इस्तेमाल किया जाता है ऐसे में कोई भी नया एप्लीकेशन आने के बाद युवाओं में सबसे ज्यादा उसका क्रेज देखने को मिलता है लेकिन ट्विटर जैसे एप्लीकेशन को ज्यादातर पॉलिटिकल परपस से इस्तेमाल किया जाता है ऐसे में युवाओं का इंटरेस्ट रिटर्न एप्लीकेशन में बाकी एप्लीकेशन से कम देखने को मिला है बाकी एप्लीकेशन जैसे इंस्टाग्राम फेसबुक व्हाट्सएप पर युवाओं की रुचि याद आ रही है मैं भी युवा है लेकिन उतना इस्तेमाल नहीं करते हैं ताकि बाकी लोग राजनेता इस्तेमाल करते हैं।

वहीं बीते कुछ समय से भारत सरकार द्वारा चाइनीस ऐप पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है ऐसे में बीते कुछ समय से भारतीय ऐप लांच हो रहे हैं और भारत के लोग उन ऐप में ज्यादा रुचि भी दिखा रहे हैं ऐसे ही एक मोबाईल एप्लिकेशन है जो भारतीय द्वारा बनाई गई है और ट्विटर जैसा ही इस एप्लीकेशन का यूज है हम बात कर रहे हैं KOO App की यह एप्लीकेशन बीते काफी समय से चर्चा में चल रही है हाल ही में इस एप्लीकेशन ने अपना लोगो भी चेंज कर दिया है साथ ही भारत सरकार के कई मंत्रियों द्वारा भी इस ऐप को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है।
लेकिन युवाओं का इंटरेस्ट अभी भी इस ऐप में उतना नहीं है जितना कि बाकी आपने यह भारत के अंदर काफी पसंद किया जा रहा है उसके बावजूद युवाओं द्वारा इस एप्लीकेशन को डाउनलोड करके छोड़ने जैसी कई बातें देखने को मिली है मात्र एप्लीकेशन को डाउनलोड करने से ही सब कुछ नहीं होता है युवाओं द्वारा इस एप्लीकेशन को काफी कम इस्तेमाल किया जा रहा है हालांकि कई लोग ऐसे भी हैं जो इस एप्लीकेशन को काफी ज्यादा इस्तेमाल करके अपनी पब्लिक presence बना रहे हैं।
क्या है koo ऐप ?
यह मोबाइल एप्लीकेशन एक माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म है यह बिल्कुल ट्विटर की तरह काम करता है इस एप्लीकेशन की खास बात यह है कि यह एप्लीकेशन भारतीय भाषाओं में भारत का सबसे बड़ा माइक्रोब्लॉगिंग मोबाइल एप्लीकेशन है आप अपने विचारों को इस प्लेटफार्म के माध्यम से अध्यक्ष स्वतंत्र रूप से व्यक्त कर सकते हैं इसके अलावा यह आपको बारीकियों और संस्कृति संबंधों को बाहर लाने में मदद करेगा अक्सर अंग्रेजी ही एक ऐसी भाषा होती है तो ज्यादातर मोबाइल एप्लीकेशन द्वारा इस्तेमाल की जाती है लेकिन इस एप्लीकेशन में कई अन्य भाषाएं भी इस्तेमाल की गई है जो भारत के अंदर इस्तेमाल की जाती है।
किसने ढूंढा है यह Koo ऐप ?
बैंगलोर के उद्यमियों द्वारा बनाए गए एक माइक्रो-ब्लॉगिंग ऐप कू, के फाउंडर हैं Aprameya Radhakrishna (जो पहले TaxiForSure की सह-स्थापना की थी) और मयंक बिदावतका । देश में अपनी तरह का पहला भाषा-आधारित प्लेटफ़ॉर्म बनाया गया, कू लगभग ट्विटर के भारतीय संस्करण की तरह है। परिभाषित अंतर? आप कन्नड़ में पोस्ट कर सकते हैं!