
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लाउडस्पीकर को लेकर हो रहे बवाल के बीच इसको लेकर आदेश दिया है। सीए ने कहा कि, आस्था का पूरा सम्मान है। इसमें सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है।
प्रदेश भर के फील्ड अधिकारियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग से संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को ईद और अक्षय तृतीया के मौके पर ज्यादा सतर्कता और संवेदनशीलता बरतने की हिदायत दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि, आम जन को शासन की नीतियों का लाभ दिलाने में फील्ड में तैनात अधिकारियों की भूमिका अहम है। हमने प्रदेश में अराजकता और दंगों की संस्कृति को समाप्त किया है। संप्रदायिकता सौहार्द का वातावरण कायम किया है। बीते त्योहारों पर शांति व सौहार्द का माहौल रहा। आने वाले त्योहारों को लेकर और अधिक सतर्कता व संवेदनशीलता की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में संवाद का बड़ा महत्व है। इससे ही धार्मिक स्थलों पर लगे अनावश्यक लाउडस्पीकर हटवाने में सफलता मिली है। सौहार्द के साथ हमने ऐसा करके एक उदाहरण पेश किया है। सभी धर्मगुरुओं से आगे भी संवाद जारी रहना चाहिए। सरकारी काम वही करेगा जिसे आवंटित है। ऐसी खबर है कि कुछ लोग बाहरी लोगों को अनाधिकृत अधिकार दे रहे हैं। ऐसी घटना को संज्ञेय अपराध माना जाएगा। कहा कि दलालों को सरकारी कार्यालयों से दूर रखा जाए।
इसके अलावा अफसरों को अपने जिले की जीडीपी बढ़ाने की कार्ययोजना बनाने का निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हर जिला अपनी आय वृद्धि की नियमित समीक्षा करे। इसमें पर्यटन व निर्यात को बढ़ाने की कोशिश की जाए। जिले के शहीद स्मारकों, स्वाधीनता संग्राम से जुड़े स्थलों, प्रमुख धर्म स्थलों, प्रमुख पर्यटन स्थलों पर हर दिन आधा घंटा पुलिस, पीएसी बैंड द्वारा राष्ट्रभक्ति के गीत की धुन बजाई जाएं।
साथ ही मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को अपनी तैनाती क्षेत्र में रात्रि विश्राम के निर्देश दिए। कहा कि आम जन की समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता से करें। हर माह के पहले और तीसरे शनिवार को तहसील दिवस, दूसरे और चौथे शनिवार को थाना दिवस और ब्लॉक दिवस आयोजित किए जाएं। ब्लॉक दिवस पर सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहें ताकि समस्याओं का निस्तारण हो सके। सोमवार से शुक्रवार तक हर दिन एक घंटा जनसुनवाई करें।