
आईपीएल के टाइटल स्पॉन्सरशिप की दौड़ में पतंजलि का नाम शामिल, पहले कहा था संस्कृति का दुश्मन
आईपीएल में वीवो के टाइटल स्पॉन्सर से हटने के बाद योगगुरु बाबा रामदेव की कंपनी पंतजलि भी इस दौड़ में शामिल हो गई है। कंपनी की ओर से इस बात की पुष्टि भी हो गई है। इस दौड़ में जियो, एमेजॉन, कोका कोला, ड्रीम11, paytm,बायजुस समेत कई नाम शामिल है।
पतंजलि को इंटरनेशनल ब्रांड बनाने के लिए स्पांसर की दौड़ में हुई शामिल
पतंजलि के प्रवक्ता एसके तिजारावाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, इस साल पतंजलि की IPL की टाइटल स्पॉन्सरशिप लेने के लिए विचार कर रही है। क्योंकि इसके पीछा वजह है कि पतंजलि को विश्व के मंच पर ले जाना चाहते हैं। जिससे स्पॉन्सरशिप पर विचार हो रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि कंपनी की ओर से इसपर BCCI को एक प्रस्ताव भेजने की तैयारी चल रही है।
रामदेव ने आईपीएल को कहा था भारतीय संस्कृति का दुश्मन
योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद भले ही आज क्रिकेट टूर्नामेंट आईपीएल की स्पॉन्सरशिप के लिए बोली लगाने की तैयारी कर रही है, लेकिन कुछ साल पहले खुद उन्होंने क्रिकेट को भारतीय संस्कृति का दुश्मन बताया था। बाबा रामदेव ने 2012 में क्रिकेट को भारतीय संस्कृति का दुश्मन करार दिया था। इसके अलावा आईपीएल पर खासतौर पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा था कि चीयरलीडर्स की मौजूदगी के चलते यह खेल अश्लील हो गया है। बाबा रामदेव ने कहा था कि क्रिकेट के चलते देश में जुआ और सट्टा बाजार बढ़ रहा है। यह पहला मौका होगा, जब पतंजलि आयुर्वेद किसी क्रिकेट टूर्नामेंट की स्पॉन्सरशिप करेगी।
18 अगस्त को फाइनल होगा टाइटल स्पॉन्सरशिप का नाम
आईपीएल के टाइटल स्पॉन्सरशिप के अधिकार अपने नाम करेगी, उसे 18 अगस्त 2020 से लेकर 31 दिसम्बर 2020 के लिए यह अधिकार मिलेंगे। इसके साथ ही बीसीसीआई ने इस बात पर भी जोर दिया है कि संबंधित कंपनी का टर्नओवर 300 करोड़ से अधिक का होना चाहिए। बीसीसीआई के मुताबिक, जो भी पार्टी या कंपनी इस बोली के लिए इंटरेस्ट दिखाती है, वो 14 अगस्त शाम 5 बजे तक बोर्ड को सूचित कर दे।