
यूपी : सुल्तानपुर में कोरोना से पति की मौत के बाद डिप्रेशन में चली गई थी पत्नी खुद को आग लगा छत से कूद कर दी जान
माह भर पहले कोरोना से हुई पति की मौत के बाद अवसाद में चल रही महिला ने रविवार की सुबह खुद को आग लगाकर छत से छलांग लगा दी। आनन-फानन मोहल्ले वाले उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।

मामला शहर की पंजाबी कॉलोनी का है। कोतवाली नगर के पंजाबी कॉलोनी निवासी बलविंदर सिंह बग्गा की एक माह पहले कोरोना से संक्रमित होने के बाद मौत हो गई थी। संक्रमण के बाद उन्हें एल-2 अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया गया था। वहां उनकी मौत हो गई।
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बलबिंदर की मौत के बाद उनकी पत्नी रोजी बग्गा (48) अवसाद में चल रही थीं। रविवार की सुबह रोजी ने ज्वलनशील पदार्थ डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया। जब वह आग की लपटों में घिर गईं तो छत से छलांग लगा दी। मोहल्ले वाले यह नजारा देख सन्न रह गए।
आनन-फानन उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। मृतका की दो बेटियां जसप्रीत व जनप्रीत हैं। जसप्रीत की दो साल पहले कानपुर में शादी हुई है। पिता के निधन के बाद बड़ी बेटी घर आई थी और कुछ दिन पहले ही छोटी बहन को साथ लेकर कानपुर चली गई। पति
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि भर्ती प्रक्रिया को पूरी तेजी से आगे बढ़ाया जाए। यह कार्यवाही पारदर्शितापूर्ण और निष्पक्ष ढंग से संचालित की जाए। मुख्यमंत्री ने यहां कहा कि कोरोना कालखण्ड में कोविड-19 पर सभी के सहयोग से नियंत्रण पाने के साथ-साथ रोजगार और आर्थिक विकास की गतिविधियों को संचालित किया गया है। प्रदेश में मिशन रोजगार के तहत पिछले चार वर्षों में निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से 4 लाख युवाओं को सरकारी नौकरियां उपलब्ध कराई गई हैं। सभी चयन परीक्षाओं में नियमों का पूर्ण पालन करते हुए योग्य अभ्यर्थियों की भर्ती की गई।