
उत्तर प्रदेश : 17 जिलों के 1024 गांव में बाढ़ का प्रकोप, सीएम ने दिए राहत कार्य संचालन के निर्देश
लखनऊ : यूपी के 17 जिले बाढ़ के प्रकोप से सामना कर रहे हैं। इन जिलों में स्थित 1024 गांव बाढ़ का कहर झेल रहे हैं। 207 गांवों के संपर्क मार्ग इनमें से बाढ़ से कट गए हैं। घाघरा एल्गिनब्रिज (बाराबंकी) और तुर्तीपार (बलिया), राप्ती बांसी (सिद्धार्थनगर) और बर्डघाट (गोरखपुर) में नदियां खतरे के स्तर से ऊपर बह रही है। टीम-9 के साथ बुधवार को बैठक में सीएम योगी ने पूर्वी उप्र के जिलों में बाढ़ और ज्यादातर बारिश से प्रभावित इलाकों में राहत कार्य तेजी से संचालित करने को है।
सिद्धार्थनगर, गोरखपुर, महाराजगंज, बलरामपुर, संतकबीरनगर, लखीमपुर खीरी, बस्ती, सीतापुर, आजमगढ़, बाराबंकी, गोंडा, मऊ, कुशीनगर, बलिया, अयोध्या, बहराइच तथा देवरिया बाढ़ प्रभावित जिलों में शामिल हैं। बाढ़ से सर्वाधिक 338 गांव सिद्धार्थनगर तथा 207 गोरखपुर के गांव प्रभावित हैं।
सीएम ने कहा कि, बाढ़ प्रभावित लोगों की आवश्यकताओं का पूरा ख्याल रखा जाए। इन्हें राशन और फूड पैकेट समेत आवश्यक राहत की सभी सामग्री प्रदान करायी जाए। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ समेत आपदा प्रबंधन टीमें बाढ़ प्रभावित इलाकों में पूरी तरह मुस्तैद रहें।
राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद ने कहा कि वर्षा से प्रदेश में प्रभावित जिलों में बचाव और राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा कुल 66 टीमें पीएसी की तैनाती की गई हैं। 5165 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गई हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी के लिए 1321 बाढ़ चौकियां प्रदेश में स्थापित की गई हैं।
वहां पर 1131 बाढ़ शरणालय भी बनाये गए हैं। मरीजों के इलाज के लिए बाढग़्रस्त क्षेत्रों में 972 मेडिकल टीमें भी तैनात की गई हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ ने 35,187 लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया है।