आंकड़े बता रहे हैं ऐसे यूपी बना महाराष्ट्र के बाद देश का दूसरा सबसे कोरोना प्रभावित राज्य
कोरोना वायरस की दूसरी लहर से यूपी राज्य पूरी तरह से तबाह हो गया है। बेकाबू मामलों से राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। मरीजों को इलाज कराने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में बेड का भारी अभाव हो गया है। ऑक्सीजन की कमी के चलते मरीजों की जान जा रही है।
यह भी पढ़ें : यूपी : पिछले 24 घंटे में 38,055 नए मामले आए सामने, 233 लोगों की गई जान
कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद और मेरठ जैसे शहरों में महामारी का सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश के कुल मामलों में से लगभग 10 प्रतिशत यूपी से आए हैं। पिछले 24 घंटों में देश में कुल 3.14 लाख लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। यूपी में कुल संक्रमितों की संख्या 9,76,765 पहुंच गई है, जिनमें से 2,59,810 मामले सक्रिय हैं।
देश के कुल मामलों में से लगभग 11 प्रतिशत यूपी में किए दर्ज
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल में कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते महाराष्ट्र के बाद यूपी देश का दूसरा सबसे बड़ा प्रभावित राज्य बन गया। अप्रैल में यूपी में कुल 3,96,176 मामले दर्ज किए गए। जो देश के कुल संक्रमितों की 9 प्रतिशत था। 23 अप्रैल को यूपी में देश के कुल मामलों में से लगभग 11 प्रतिशत दर्ज किए।
यूपी में कुल 2,59,810 मामले सक्रिय
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 10 राज्यों में 76 प्रतिशत से अधिक नए मामले सामने आए। उत्तर प्रदेश में 34,379 नए मामले दर्ज किए गए। देश के तीसरे सबसे बड़े प्रभावित राज्य के रूप में दिल्ली सामने आई। पिछले 24 घंटों में देश में 3.14 लाख नए मामले दर्ज किए गए। यूपी में नए मामलों ने राज्य की कुल संख्या को 9,76,765 पर ले लिया, जिनमें से 2,59,810 सक्रिय हैं।
22 फरवरी को 75 मामले सामने आए थे
अप्रैल में पांच दिन के दैनिक औसत मामलों को 7 हजार तक बढ़ाने में चार दिन लगे। महामारी की पहली लहर के दौरान छह महीने में ऐसी वृद्धि हुई थी। यूपी में महामारी की पहली लहर के दौरान 11 सितंबर 2020 को दैनिक मामलों को 7,016 के चरम तक पहुंचने में 180 दिन यानि छह महीने लगे। मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल यूपी में 22 फरवरी को 75 मामले सामने आए थे। अगले 48 दिनों में, पांच-दिवसीय दैनिक औसत मामले 75 से बढ़कर 7,000 हो गए। अगले 7,000 मामलों को केवल चार दिनों में जोड़ा गया।
लखनऊ में सबसे ज्यादा मामले
लखनऊ में 5,239, प्रयागराज में 2,013 और वाराणसी में 1,813 मामले सामने आए। पिछले 24 घंटों में मेरठ में 1,684 नए मामले सामने आए। चंदौली 713, मुरादाबाद 870, झांसी 823 और गोरखपुर 1,136 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। गुरुवार को लगातार 12वें दिन 5,000 से अधिक नए मामले दर्ज किए।