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Startups: जानें फार्मासिस्ट जिगर के पर्सनल केयर ब्रांड ट्रीटमेंट शैंपू निर्माण की बारे में….
21 पेटेंट प्राप्त कर लिए थे। लेकिन इस दौरान वे कुछ अलग करना चाहते थे।
अहमदाबाद के जिगर पटेल साल 2008 से अपने पिता के फार्मास्युटिकल व्यवसाय से जुड़ चुके थे। हालांकि, उनके फॉर्मूलेशन ने शुरूआती दौर में 21 पेटेंट प्राप्त कर लिए थे। लेकिन इस दौरान वे कुछ अलग करना चाहते थे। खुद एक फार्मासिस्ट रहे जिगर व्यक्तिगत देखभाल उद्योग के बारे में तीन चीजों से प्रभावित थे, पहला जिस तेजी के साथ इनोवेशन, दूसरा उसके विकास का दायरा और तीसरा उसके फॉर्मूलेशन के लिए उनका प्यार।
ई-कॉमर्स साइटों के साथ मिलकर कर रहा व्यवसाय
जिगर ने 2010 में अहमदाबाद में एक पर्सनल केयर ब्रांड ब्रिलारे साइंस प्राइवेट लिमिटेड की शुरूआत की। उन्होंने इसकी आर एंड डी इकाई के लिए 5 लोगों को नियुक्त किया और पूरे भारत में सैलून में मॉइस्चराइज़र, शैंपू, क्रीम और अधिक समेत 18 उत्पादों का निर्माण और बिक्री करने की शुरूआत की। जिगर ने 10,000 ब्यूटी सैलून के साथ गठजोड़ करने के अलावा, अमेज़न, फ्लिपकार्ट, नायका और अपनी वेबसाइट के माध्यम से बिक्री करनी शुरू की। वहीं मार्च 2021 में, FMCG ब्रांड इमामी ने कंपनी को अपनी ऑफ़लाइन उपस्थिति बढ़ाने में मदद करने के लिए 50 लाख रुपये का निवेश किया।
कब और कैसे हुई शुरूआत
जिगर ने व्यवसाय को किकस्टार्ट करने और अहमदाबाद में एक रिसर्च एंड डेवलपमेंट यूनिट स्थापित करने के लिए 3 करोड़ रुपये का निवेश किया। और अनुबंध के आधार पर देशभर में विभिन्न इकाइयों को उत्पादों के निर्माण को आउटसोर्स करने का फैसला किया। जिगर का कहना है कि, उनकी रणनीति, शुरुआत में सैलून के साथ गठजोड़ करने और केवल बी 2 बी प्रारूप के माध्यम से बेचने की थी। हांलाकि जिगर दावा करते हैं कि, साल 2010 से 2015 के बीच उसने मार्केटिंग या विज्ञापन के बजाय वर्ड ऑफ़ माउथ और ग्राहक को शिक्षित करने के आधार पर व्यवसाय को बढ़ाया। साल 2018 तक, उन्होंने 130 वितरकों का एक वितरण नेटवर्क बनाया और 10,000 सैलून में उत्पादों को बेचना शुरू कर दिया। जिगर का कहना है कि ब्रिलारे वित्त वर्ष 18 में राजस्व में 14 करोड़ रुपये तक पहुंचने में सक्षम था। ब्रांड ने नेपाल, मॉरीशस और मालदीव जैसे बाजारों में भी निर्यात करना शुरू कर दिया। हाल ही में इसकी बिक्री अमेरिका में भी शुरू हुई है।
अलग ब्रांड को भी किया लांच
जिगर के फॉर्मूलेशन के प्यार ने सालों से उन्हें ऑइल शॉट्स जैसे उत्पादों को नया करने और लॉन्च करने के लिए प्रेरित किया है। जिसका दावा है कि, बालों के झड़ने को कम करने में मदद मिलती है। यह अन्य श्रेणियों जैसे सीरम, शरीर की देखभाल, राहत तेल, फेस वाश और बहुत कुछ शामिल हैं। उनका कहना है कि, शुरुआत से लेकर आज तक शैंपू की सबसे ज्यादा मांग रही है। और वे राजस्व में सबसे ज्यादा योगदान करते हैं। शैंपू तीन कैटेगरी में मौजूद हैं- एंटी-डैंड्रफ, हेयरफॉल और ड्राई हेयर। वर्तमान में, जिगर बालों के झड़ने की श्रेणी के लिए रूट डीप नाम से एक अलग ब्रांड बनाने पर काम कर रहा है। ब्रिलारे और रूट डीप दोनों का औसत बिक्री मूल्य 300 रुपये से 1,400 रुपये के बीच है।
2021-2016 के बीच इसके 9.6% CAGR से बढ़ने की उम्मीद
IMARC समूह की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारतीय सौंदर्य और व्यक्तिगत देखभाल बाजार 2026 में 26.1 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा। और 2021-2016 के बीच इसके 9.6 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़ने की उम्मीद है। भारत में स्थापित कंपनियों और नए जमाने समेत कई व्यक्तिगत देखभाल ब्रांड इस स्पेस में हैं। जिगर का दावा है कि, ब्रिलारे के 42 उत्पादों में से 28 उत्पाद 100 प्रतिशत प्राकृतिक हैं। और बाकी 80 प्रतिशत जैविक हैं। और जिगर आगे चलकर वह पानी की मात्रा को हटाकर सभी उत्पादों को शत-प्रतिशत प्राकृतिक बनाना चाहते हैं। जिगर का दावा है कि इससे शैंपू की प्रभावशीलता तीन गुना बढ़ जाएगी।
B2B से B2C की ओर
कोरोना महामारी के दौरान ब्रिलारे लगभग 10 सालों से B2B ब्रांड के रूप में काम कर रहा था। इसी समय ऑनलाइन स्केलिंग आगे बढ़ने का तरीका सूझा। क्योंकि सैलून बंद होने के साथ ब्रिलारे ने अपनी बिक्री में गिरावट देखी। और मार्च 2020 के अंत में अमेज़न पर अटैच किया गया। और नवंबर 2021 में अपनी वेबसाइट लॉन्च की गई। आज, व्यवसाय के लिए बेहतरी के लिए कई चीजें बदल गई हैं।
ब्रिलारे ने बनाई रणनीति
दरअसल अधिकांश वितरक पूरे चक्र को क्रेडिट करने में सक्षम नहीं थे। इसलिए ब्रिलारे की टीम ने एक रणनीति के साथ आने का फैसला किया। जो सभी बिचौलियों को दूर कर देगी। अगस्त 2021 में, कंपनी ने अपने सैलून ग्राहकों के लिए B2B ऐप, Brillare Direct लॉन्च किया। ऐप सैलून को सीधे उससे उत्पादों को ऑर्डर करने और 48 घंटों में उनके दरवाजे पर पहुंचाने की अनुमति देती है। जिसके माध्यम से कारोबार का 60 प्रतिशत हिस्सा रिकवर कर लिया गया है। और वित्त वर्ष 2024 तक वे 30 करोड़ रुपये तक पहुंचना चाहते हैं। जिसको लेकर जीरो-डायल्यूशन उत्पादों को लॉन्च करने के अलावा, उन्होंने वित्त वर्ष 2023 के अंत तक 50 रिटेल ब्रांड आउटलेट्स में अपनी उपस्थिति स्थापित करने की भी योजना बनाई है। वे कहते हैं, “हम फ्रैंचाइज़ इंडिया के साथ गठजोड़ कर रहे हैं और पहले से ही 10 आउटलेट्स पर काम शुरू कर चुके हैं।”