
Startup: फेडरल बैंक की फिनटेक रणनीति नहीं बदलेगी- ईडी शालिनी वारियर
पिछले कुछ वर्षों में कोच्चि मुख्यालय वाला फेडरल बैंक फिनटेक के साथ साझेदारी करने में सबसे आगे रहा
पिछले कुछ वर्षों में कोच्चि मुख्यालय वाला फेडरल बैंक फिनटेक के साथ साझेदारी करने में सबसे आगे रहा है। जानकारी के मुताबिक बैंक के फिनटेक के साथ 50 से अधिक टाई-अप थे।
डीमोनेटाइजेशन के बाद से बैंक ने एक ‘ब्रांच लाइट, डिस्ट्रीब्यूशन हेवी’ मॉडल अपनाया था और Fi और ज्यूपिटर, क्रेडिट कार्ड इशूअर वनकार्ड और गोल्ड लोन प्लेटफॉर्म रुपीक जैसे नियोबैंकिंग प्लेटफॉर्म के साथ साझेदारी की थी, जिससे कि अपनी जमा राशि को बढ़ाया जा सके। शाखाओं के लिए आवश्यक भारी निवेश।
पिछली तिमाही में बैंक ने कहा कि उसने इस लंबे समय के मॉडल को ‘ब्रांच लाइट, डिस्ट्रीब्यूशन हेवी’ में बदल दिया है और शाखाओं को जोड़ना शुरू कर रहा है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब स्टार्टअप इकोसिस्टम में निवेश में मंदी देखी जा रही है, कई लोगों को वांछित राशि जुटाने में मुश्किल हो रही है।
मनीकंट्रोल के साथ एक साक्षात्कार में फेडरल बैंक के कार्यकारी निदेशक शालिनी वारियर, जो बैंक के लिए फिनटेक साझेदारी का नेतृत्व करती हैं, ने विस्तार से बताया कि इन टाइ-अप के लिए रणनीति में बदलाव का क्या मतलब है।
वॉरियर के अनुसार एक मजबूत ग्राहक प्रपोजीशन के साथ फिनटेक को टाइट लिक्वीडियी सिनैरियो में भी धन जुटाने में मुश्किल नहीं होगी।
उन्होंने कहा, “मैं व्यक्तिगत रूप से निवेशकों से उनकी रणनीति को समझने के लिए बात कर रही हूं। हम मानते हैं कि पैसा उपलब्ध है। इसलिए यह फिनटेक के साथ हमारे आगे बढ़ने के तरीके को प्रभावित नहीं करता है”