जयपुर में ऐसे बहुत से दर्शनीय स्थल हैं जो लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं। यहां का हवामहल पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यही पास की गली में महावीर रबड़ी भंडार नाम की एक हलवाई की दुकान है।
इसकी शुरुआत अखाड़ा चलाने वाले पहलवान कपूरचंद्र जैन ने किया था। वह खाने और खिलाने की बेहद शौकीन थे। उन्होंने निश्चय किया कि वह लोगों को पौष्टिक आहार देंगे। इसी कारण उन्होंने दूध एवं रबड़ी बेचने का कार्य प्रारंभ कर दिया।
दुकान को कई पीढ़ियों ने चलाया और अब इसे चौथी पीढ़ी की बेटियां चला रही है। सीमा बड़जात्या इस दुकान को संभाल रही हैं जो कि कपूर चंद्र की पोती है।
इस दुकान में राजस्थानी व्यंजन में एक थाली भोजन के अलावा कई तरह के मिठाई मिलेंगे। यहां प्रतिदिन लगभग 200 किलोग्राम सब्जी का निर्माण किया जाता है।