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World No Tobacco Day : सिगरेट को लेकर लोगों में है कई गलतफहमियां, जानना बेहद जरूरी

World No Tobacco Day : सिगरेट ( Cigarette ) पीना शरीर के लिए काफी ज्यादा हानिकारक साबित होता है यह बात बच्चा बच्चा जानता है इतना ही नहीं सिगरेट भी खुद यह बात कहती है कभी आपने अगर सिगरेट के पैकेट पर गौर किया हो तो उसमें यह बात साफ साफ लिखी होती है कि सिगरेट पीने से कैंसर जैसी बड़ी बीमारियां जन्म ले सकती है लेकिन उसके बावजूद लोग सिगरेट का सेवन करना शुरू कर देते हैं बचपन में जो सिगरेट काफी खतरनाक लगती है बड़े होते होते भारत में युवा उसका ज्यादा इस्तेमाल करना शुरू कर देते हैं जबकि वह यह जानते हैं कि इससे शरीर के फेफड़ों पर काफी बुरा असर पड़ सकता है और इससे शरीर में कैंसर जैसी बीमारी हो सकती है।

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World No Tobacco Day

सिर्फ कैंसर ही नहीं बल्कि सिगरेट पीने से कैंसर के साथ-साथ दिल की बीमारी एम्फाइज़िमा और भी बहुत सारी अन्य प्रकार की समस्याएं जन्म ले सकती हैं smoking यानी सिगरेट ना पीने वालों की तुलना में स्मोकिंग करने वालों की मौत भी जल्दी हो जाती है कुछ लोग लाख कोशिशों के बाद भी सिगरेट पीना छोड़ नहीं पाते हैं और इससे पीछा उनकी कुछ गलतफहमियां करने लगती है। लोगों को यह महसूस होने लगता है कि सिगरेट अगर उन्होंने छोड़ दे तो उससे भी उनके शरीर में काफी नुकसान पहुंच सकता है ऐसी कई myth लोगों ने भारत के अंदर पाल रखी है।

जानते हैं कि वह कौन से बहाने हैं जिसे लोग गलतफहमी समझ के सिगरेट ना छोड़ने की पूरी तैयारी कर लेते हैं।

•लोग यह सोचते हैं कि उनकी कुछ अच्छी आदतों के कारण उनकी सिगरेट पीने से शरीर को खतरा कम हो जाएगा स्मोकिंग करने वाले कई लोग इस बात का तर्क देते हुए नजर आते हैं उन्हें सही न्यूट्रीशन और एक्सरसाइज की आदत स्वस्थ रखने में काफी मदद करती है जबकि ऐसा नहीं है अगर आप सिगरेट का सेवन करते हैं और साथ ही कसरत और स्वस्थ रहने के भी कई उपाय करते रहते हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि आप की यही आदत है आपके शरीर को सिगरेट से नुकसान नहीं पहुंचने देंगे शोधकर्ताओं का मानना है कि हेल्थी खानपान और एक्सरसाइज किसी भी तरह से स्मोकिंग से होने वाले सेहत के खतरे को कम नहीं कर सकती। मिली जानकारी के अनुसार सीडीसी के साइंटिफिक एडवाइजर प्रोफेसर एन एम यह भी मानना है कि ‘स्मोकिंग शरीर के हर अंग को प्रभावित करता है और परफेक्ट लाइफस्टाइल से स्मोकिंग का असर कम हो जाएगा, ये सिर्फ एक मिथ्या है.’ भले ही आप एक दिन में कितना भी विटामिन क्यों ना ले लें, ये तंबाकू के जानलेवा असर को कम नहीं कर सकता है.

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•बाजारों में कई तरीके की सिगरेट आने लगी है ऐसे ही एक सिगरेट आती है जिसको लोग लाइट सिगरेट के नाम से जानते हैं लोगों का मानना होता है कि यह हल्की होती है और इस सिगरेट को पीने से बड़ी बीमारियों का खतरा कम होता है कई लोग सिगरेट के दुष्प्रभावों से बचने के लिए लाइट सिगरेट पीना शुरू कर देते हैं क्योंकि उन्हें इस बात का तर्क मिला होता है कि लाइट सिगरेट पीने से खतरा कम होगा और वह ज्यादा मात्रा में पीना शुरू कर देते हैं लेकिन इस पूरे मामले में जानकारों और डॉक्टर्स का कहना है कि लाइट सिगरेट पीने वालों में भी शरीर में तमाकुही उतनी मात्रा में जाता है जितना कि किसी अन्य सिगरेट में और हार्ट अटैक की संभावनाएं बढ़ जाती है नेचुरल यौगिक के नाम पर बिकने वाली सिगरेट भी इतनी खतरनाक होती है ऐसे में किसी भी प्रकार की सिगरेट या तंबाकू का सेवन करना शरीर के लिए खतरनाक और जानलेवा हो सकता है।

• अगर कोई व्यक्ति स्मोकिंग करता है तो उस मोकिंग का प्रभाव शरीर पर पड़ता ही पड़ता है और ज्यादा वक्त से स्मोकिंग करने वालों को और ज्यादा समस्या बढ़ जाती हैं लेकिन कई व्यक्ति ऐसे भी हैं जो ऐसा मानते हैं कि मैं बहुत पहले से स्मोकिंग कर रहा हूं इसलिए शरीर को पहले से ही नुकसान हो चुका होगा सिगरेट को किसी भी समय किसी भी उम्र में छोड़ना सेहत के लिए फायदेमंद ही साबित होता है अमेरिकन एसोसिएशन के चीफ मेडिकल ऑफिसर प्रोफेसर नॉर्मल एडेलमैन का इस मामले में कहना है कि 70 साल की उम्र में भी सिगरेट छोड़ने पर सेहत में सुधार हो सकता है सिगरेट अगर कोई व्यक्ति ना पीने का फैसला करें तो उसे काफी ज्यादा फायदा देखने को मिलेगा। एक साल के अंदर हार्ट अटैक का खतरा 50% तक कम हो जाता है.

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• ये बात सच है कि तंबाकू छोड़ने की प्रक्रिया में एक तरह के तनाव से गुजरना पड़ता है. हालांकि इस बात के कोई सबूत नहीं है कि इस तनाव का कोई नकारात्मक असर पड़ता है. बल्कि रिसर्च में ये बात आ चुकी है कि स्मोकिंग छोड़ने के बाद लोगों की खाने की आदत में सुधार आता है, वो ज्यादा एक्सरसाइज करते हैं और खुद के बारे में बेहतर महसूस करते हैं. 

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