
लखनऊ : यूपी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रदेश का बढ़ता सियासी पारा एक बार फिर दिन पर दिन चढ़ता दिखाई दे रहा है। सभी पार्टियां जात क्यों के आधार पर उन्हें साधने में जुटे हुए हैं वही आज बसपा के संस्थापक कांशीराम की 15वीं पहुंची के मौके पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने लखनऊ में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया है। कुछ रणनीतिकार या बता रहे हैं कि मायावती इस कार्यक्रम के जरिए विधानसभा चुनाव से पहले दिखाना चाहती है कि उसका जनाधार अभी कम नहीं हुआ है और आप भी सबसे ज्यादा भीड़ इकट्ठा करने की क्षमता उनके ही पास है ।
लाखों की संख्या में भीड़ के जुटने का अनुमान
सूत्रों के मुताबिक काशीराम की पन्नी पंडित पर मायावती के द्वारा किए गए कार्यक्रम आयोजन में लाखों की संख्या में कार्यकर्ता के आने की उम्मीद जताई गई है बता दें कि पुलकित की पूर्व संध्या पर लाखों कार्यकर्ता पहले ही लखनऊ पहुंच चुके हैं हालांकि मायावती ने कार्यक्रम से पहले साफ कर दिया था कि सभी कार्यकर्ता कोरोनावायरस का पालन करें मास्क जरूर लगाएं। मायावती इस कार्यक्रम के जरिए दूसरे पार्टियों को दिखाना चाहती हैं कि उनका जनाधार कम नहीं हुआ है और वह अभी भीड़ खट्टा करने की क्षमता रखती है साथ ही साथ हुआ भीड़ जुटाकर यह संदेश देना चाहती है कि बसपा सभी वर्गों को साथ लेकर चलने वाली पार्टी है केवल व दलित वोटों के भरोसे नहीं है।
गौरतलब है कि इससे पहले बहुजन समाज पार्टी ने पार्टी की तरफ आकर्षित करने के लिए प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन का आयोजन जिलों जिलों में किया था जिसकी शुरुआत मायावती ने प्रभु श्री राम की धरती अयोध्या से की थी। आपको बता दें कि 2017 विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी मात्र 19 सीटें जीतने में सफल रही थी जिसके चलते अब तक पार्टी से नौ विधायक पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते पार्टी से निलंबित चल रहे हैं जिसके चलने के बाद अब पार्टी में विधायकों की संख्या 11 रह गई है।