रूस का युद्ध भले ही यूक्रेन के साथ हो रहा है, लेकिन इसका असर रूस और अमेरिका के रिश्तों पर पड़ रहा है। दोनों देशों के बीच कड़वाहट बढ़ती ही जा रही है।
दरअसल, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका को चेताया है कि, अगर अमेरिका ने उसकी गैस की कीमतों को कंट्रोल करने करने की कोशिश की तो वो पश्चिमी देशों को ऊर्जा आपूर्ति पूरी तरह रोक देगा। इस पर अमेरिका ने आरोप लगाया है कि, रूस ऊर्जा को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव के. जीन पियरे ने कहा कि, ऊर्जा संकट से निपटने के लिए अमेरिका और यूरोपीय संघ ने एक टास्कफोर्स का गठन किया है। इसके तहत यूरोप के लिए प्राकृतिक गैस की आपूर्ति के वैकल्पिक तरीके खोजे जा रहे हैं। इसके साथ ही स्वच्छ ऊर्जा के विकास की क्षमता बढ़ाने की भी कोशिश की जाएगी।
जाहिर है यूरोप में सर्दी का सीजन आने वाला है, लेकिन टास्क फोर्स का पॉजिटिव इफेक्ट पड़ा है। हम जानते थे कि यह पुतिन के प्लेबुक का हिस्सा बनेगा। रूस पिछले कई महीनों से ऊर्जा को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहा है, इसलिए हम इस चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहेंगे।