
राज्य सभा में हंगामा, आईटी मंत्री के हाथ से पेपर छीन हवा में उछाला
तृणमूल कांग्रेस सांसद शांतनु सेन ने आईटी मंत्री से रिपोर्ट छीनकर फाड़ दी। उसे हवा में उछाल दिया।
संसद मानसूत्र सत्र में आज राज्य सभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्षी पार्टियों का हंगामा इतना बढ़ गया कि बात हाथापाई तक पहुंच गई। तृणमूल कांग्रेस सांसद शांतनु सेन ने आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ बदसलूकी की। बता दें कि विपक्षी सदस्यों ने पेगासस, किसानों के विरोध और मीडिया पर छापे पर चर्चा के लिए कार्य को स्थगित करने की मांग की थी। उसके बाद दोपहर दो बजे जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई।
दो बार कुछ देर के लिए राज्यसभा स्थगित हुई। उसके बाद भी विपक्षी सदस्यों ने पेगासस मुद्दे पर आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव को सदन में बयान देने नहीं दिया। अश्विनी वैष्णव ने इजराइली स्पाईवेयर पेगासस के जरिए जासूसी करने संबंधी खबरों को खारिज कर दिया। उन्होंने राज्य सभा में कहा कि संसद के मानसून सत्र से ठीक पहले ऐसी रिपोर्ट का प्रकाशित होना कोई संयोग नहीं है, बल्कि ये आरोप भारतीय लोकतंत्र की छवि को धूमिल करने का प्रयास है।
जब देश में नियंत्रण एवं निगरानी की व्यवस्था पहले से है। तब अनधिकृत व्यक्ति द्वारा अवैध तरीके से निगरानी संभव नहीं है। जब वैष्णव अपनी बात रख रहे थे। तब आसन के सामने आ कर हंगामा कर रहे तृणमूल कांग्रेस सांसद शांतनु सेन ने आईटी मंत्री से रिपोर्ट छीनकर फाड़ दी। उसे हवा में उछाल दिया। इस हंगामे की वजह से वैष्णव अपना बयान पूरा पढ़ नहीं पाए। उन्होंने इसे सदन के पटल पर रख दिया।
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने इस पर कहा कि आज टीएमसी सांसद ने जो किया है वो बहुत ही शर्मनाक है। वहीं राज्य सभा सांसद स्वपन दास गुप्ता इस घटना को पूरी तरह से अनुचित कहा है। जब वैष्णव बयान दे रहे थे तो उसके बाद आपको उनसे सवाल करने का अधिकार था, लेकिन बहस के लिए जाने के बजाय क्या हम सदन के अंदर इस तरह की गुंडागर्दी करेंगे? यह पूरी तरह से सभी नियमों के खिलाफ है। इसकी निंदा की जानी चाहिए।