नदियां सिर्फ जलस्रोत ही नहीं बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर भी हैं: प्रो. सरिता गुप्ता
डॉ. भीमराव आम्बेडकर राजकीय महिला पीजी कॉलेज में आयोजित हुई कार्यशाला
फतेहपुर: डॉ. भीमराव आम्बेडकर राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में ‘हमारी नदियां हमारी सांस्कृतिक धरोहर’ विषय पर एकदिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। यहां पर महाविद्यालय की प्रचार्य प्रो. सरिता गुप्ता सहित कई जानकार और विशेषज्ञ मौजूद रहे। कार्यशाला में नदियों के संरक्षण, सुरक्षा और उनके बचाव पर छात्राओं को विशेष जानकारी दी गई। साथ ही महाविद्यालय में स्वच्छता अभियान भी चलाया गया।
महाविद्यालय में कन्या फाउण्डेशन के तत्वावधान में हमारी नदियां हमारी सांस्कृतिक धरोहर विषय पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यहां पर महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. सरिता गुप्ता ने अतिथियों एवं छात्राओं को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा, नदियां भारत देश की आत्मा हैं। नदियों से ही महानतम संस्कृतियां उत्पन्न हुयीं हैं। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विद्या भूषण रावत ने नदियों के बारे में रोचक जानकारी दी। उन्होंने हिमालय से लेकर बंगाल की खाड़ी तक की नदियों पर बने वीडियो दिखाकर जानकारी दी। उन्होंने कहा, नदियां सिर्फ जलस्रोत ही नहीं बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर भी हैं। जिसे हम सभी को संजोने की जरूरत है। इस अवसर पर कन्या फाउण्डेशन की संरक्षक बृजरानी पटेल, अध्यक्ष आसिफ, धीरज कुमारी, पूर्व सभासद, मालती, प्रकाश अम्बेडकर उपस्थित रहे। तो वहीं इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. राज कुमार, प्रभारी, जल संचयन समिति ने किया।
साथ ही महाविद्यालय की एनएसएस एवं सामाजिक सरोकार समिति की छात्राओं ने स्वच्छता शपथ ली व महाविद्यालय में साफ-सफाई में योगदान दिया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रो. गुलशन सक्सेना, प्रो. शकुन्तला, डॉ. प्रशान्त द्विवेदी, शरद चन्द्र राय, डॉ. अजय कुमार, रमेश सिंह, डॉ. राम दर्शन, डॉ. चन्द्र भूषण, डॉ. ज़िया तसनीम, अनुष्का छौंकर, आनन्द नाथ, विदेह वर्मा सहित महाविद्यालय के समस्त अध्यापक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।