
मध्यप्रदेश में बढ़ते कोरोना के मामले खतरे की घंटी-मुख्यमंत्री शिवराज सिंह
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमितों की संख्या मध्यप्रदेश में बढ़ना संकेत है कि हम सावधान हो जाएं। उन्होंने कहा हमारे लिए यह खतरे की घंटी है।
मुख्यमंत्री ने कहा जन जागरूकता की गतिविधियों में किसी तरह की कमी नहीं आनी चाहिए। स्वास्थ्य संबंधी कोई दिक्कत जिस भी व्यक्ति को है वह हॉस्पिटल जाकर परामर्श ले। संक्रमण के मामले जिन जिलों में आ रहे हैं, उन जिलों में नजर रखी जाए। लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग की जाए। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यह बात कही।
कोरोना नियंत्रण संबंधी बैठक में सीएम बोल रहे थे। शनिवार को बैठक में स्वास्थ्य आयुक्त आकाश त्रिपाठी ने बताया कि प्रदेश में 22 नए केस आए। यह संख्या शुक्रवार को 18 थी। सागर और जबलपुर में संक्रमित मरीजों में से कुछ ज्यादा उम्र के हैं।
राज्य के मुखिया ने जबलपुर और सागर कलेक्टर से भी चर्चा की और निर्देश दिए कि जरूरी उपायों को लागू कर यह सुनिश्चित करें कि राज्य में संक्रमण न फैले।
इस महीने के अंत तक लग जाएंगे 160 आक्सीजन प्लांट राज्य में विभिन्न मदों से 190 आक्सीजन संयंत्र स्थापित करने का लक्ष्य है।
यह कार्य प्रगति पर है। फिलहाल 88 प्लांट लगाए जा चुके हैं। जिसमे से 18 तो इंस्टाल हो गए हैं। प्रदेश में 40 प्लांट प्रदान किए जा चुके हैं। जबकि अन्य 44 प्लांट के कार्य में भी प्रगति है।
यूनिसेफ, लोक निर्माण विभाग, पीएम केयर, रेलवे, कोल इंडिया आदि के सहयोग से भी आक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने तीसरी लहर के लिए आगाह करते हुए कहा कि सभी जरुरतों के मुताबिक जल्द से जल्द आक्सीजन प्लांट शुरू कर दिए जाएं।
देश में दूसरा अग्रणी राज्य मध्यप्रदेश बैठक में वैक्सीनेशन के बारे में बताया गया कि एमपी के 72 प्रतिशत प्रथम डोज वैक्सीनेशन का काम पूरा कर गुजरात के बाद देश के दूसरे अग्रणी प्रांत में शामिल है।
प्रभारी अधिकारियों से मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन जिलों में 50 प्रतिशत के आसपास वैक्सीनेशन हुआ है, वहां कार्य में तेजी लाई जाए।
एमपी में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 14 जिलों के कलेक्टर और 11 जिलों के SP बदले