
सफल स्टार्टअप बिजनेसमैन बनना है तो Ratan Tata की ये 6 बातें जरुर याद रखें
सफल होने के लिए याद रखें ये 6 बातें
इन दिनों स्टार्ट-अप करने का जोश हर किसी के सिर पर सवार है। लेकिन छोटी छोटी परेशानियों के कारण वे हार मान जाते हैं। ऐसे में आज हम एक ऐसे इंसान के बारे में बात करेंगे जिससे स्टार्ट-अप करने वाले हर युवा को जोश मिलेगा। हम बात करने वाले है बिजनेसमैन रतन टाटा (Ratan Tata)की।
दरअसल देश के कई सफल स्टार्टअप्स में टाटा सन्स के चेयरमैन और दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा ने बड़े पैमाने पर निवेश किया है। हालांकि वे खुद को ऐक्सिडेंटल इन्वेस्टर मानते हैं, लेकिन उन्होंने जिस भी स्टार्टअप में निवेश किया, ज्यादातर कंपनियां सफल रहीं। साथ ही आज उन कंपनियों का कारोबार अरबों में है। आइए जानते हैं उनके मुताबिक, किसी भी कंपनी को स्टार्ट करने के लिए क्या प्रमुख बातें ध्यान में रखनी चाहिए।।।
1 इनोवेशन पर हो जोर
रतन टाटा का मानना है कि इनोवेशन करते रहने वाले स्टार्टअप्स का भविष्य शानदार है, टाटा हमेशा इनोवेशन पर ज्यादा जोर दे रहे हैं।
2 वैल्यू पर फोकस
रतन टाटा का मानना है कि स्टार्टअप भी वैल्यू फैक्टर को प्रमुखता दें। क्योंकि रातोंरात फरार जैसी घटना के वे सख्त खिलाफ हैं। यहीं वजह है कि टाटा ग्रुप की बात की जाय तो हर कोई जानता है कि इस ग्रुप की वैल्यू काफी हाई है।
3 प्रमोटर्स का ऐटिट्यूड हो पॉजिटिव
रतन टाटा के मुताबिक, स्टार्टअप के प्रमोटर्स का ऐटिट्यूड कैसा है, वह किस आइडिया के साथ आए हैं और इसके सल्यूशंस को लेकर उनकी सोच के आधार पर काम करते हैं। टाटा के मुताबिक, वे नई कंपनी में निवेश करना पसंद करते हैं। खासकर नए आइडियाज वाले स्टार्टअप में।
4 कोई राइट टाइम नहीं
रतन टाटा हमेशा कहते है कि स्टार्टअप के लिए ग्लोबल होने के लिए राइट टाइम जैसा कुछ नहीं होता। यह जिम्मेदारी और समझ फाउंडर की होती है कि कब उन्हें अपना वैश्विक विस्तार करना है।
5 काम को दें तरजीह
ऐसे भारत के कई औद्योगिक घरानों के साथ होता है कि वे उद्योग के साथ-साथ राजनीति में भी दिलचस्पी लेने लगते हैं। लेकिन टाटा ग्रुप और खास तौर से रतन टाटा इन चीजों से हमेशा बचते रहे हैं। उन्होंने हमेशा अपने जीवन में काम को ही सबकुछ समझा। सबसे पहले काम ही तरजीह दी है।
6 दूसरों को दें सम्मान
रतन टाटा को निजी तौर पर जानने वालों का कहना है कि वे हमेशा ही शांत और सौम्य बने रहते हैं। वे अपनी कंपनी के छोटे से छोटे कर्मचारी तक से बड़े प्यार से मिलते हैं।