
Rajasthan: जोधपुर रेलवे स्टेशन पर मिले मूक बधिर अबोध ने पहचाना अपना घर
Rajasthan: राजस्थान के जोधपुर रेलवे स्टेशन पर कुछ माह पहले मिले एक मूक-बधिर अबोध को उसके परिवार से मिलाने के लिए जोधपुर से अधिकारियों का एक दल बालक को लेकर पंजाब जाएगा।
राजस्थान (Rajasthan) बालक ने पंजाब के अमृतसर को अपने घर के रूप में पहचान की है। राजस्थान बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल के प्रयासों की वजह से यहJhod मूक बधिर बालक जल्द ही अपने परिवार से मिल पाएगा। इसके लिए जोधपुर की चाइल्ड वेलफेयर कमिटी के 2 सदस्य उसे पंजाब लेकर जाएंगे।
राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल के अनुसार “जोधपुर रेलवे स्टेशन पर अबोध मिला था,जिसे बाद में जोधपुर राजकीय किशोर गृह में भिजवाया गया था।चूंकि वह सुन या बोल नहीं सकता था, इसलिए उसके साथ बात करना मुश्किल था।”
जोधपुर किशोर गृह में बालक का पूरा ध्यान रखा गया और उसे विभिन्न संकेतों और माध्यमों के जरिए मूल स्थान के जानकारी के बारे में प्रयास किए गए। जोधपुर की राजकीय किशोर गृह के अधीक्षक मनमीत सोलंकी के मुताबिक बच्चे को पंजाब के अमृतसर और वहां से जुड़ी अन्य स्थानों गुरुद्वारे और लंगर आदि का बताने पर उसने इन स्थानों को काउंसलर की मदद से पहचाना जो कि काफी मददगार साबित हुआ।
किशोर गृह में बालक का नाम गोपी रखा गया जो कि उसके वास्तविक नाम से मिलता प्रतीत हुआ। गोपी को काउंसलिंग के दौरान पगड़ी दिखाई गई तो वे हंस दिया। इसी प्रकार स्वर्ण मंदिर की तस्वीर ,पोषाक, कृपाण आदि भी दिखाए गए, जिसके बाद ये निश्चित हो पाया कि बालक का सम्बंध अमृतसर से है। जिसके बाद उसे उसके मूल स्थान पर भेजने के प्रयासों में तेजी लाई गई।
राजस्थान बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्षा संगीता बेनीवाल के अथक प्रयासों से इस संबंध में कामयाबी मिली और अब जोधपुर में चाइल्ड वेलफेयर समिति के 2 सदस्यों के साथ अब उसे पंजाब भेजे जाने की तैयारी चल जारी है।