बारिश बाढ़ और त्रासदी! Madhya Pradesh में मूसलाधार बारिश ने मचाई जमकर तबाही
Madhya Pradesh: मानसून इस समय अपना रौद्र रूप दिखा रहा है। मध्यप्रदेश के कई गांव बाढ़ की चपेट में है। लगातार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम जारी है। राज्य में बरसात रुकने का नाम नहीं ले रहा हैं। एमपी के ग्वालियर-चंबल अंचल में आई बाढ़ ने लोगों की जिंदगी पर गहरे जख्म छोड़े हैं।
मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में बरसात अपना इतना भयानक तांडव दिखाएगी ये शायद किसी ने कभी सोचा नहीं होगा। बाढ़ के पानी ने लोगों के मेहनत से बने आशियाने पलभर में उजाड़ कर रख दिये है।
एक झटके में पुल तेज बहाव में बह गए। कई गांव टापू में तब्दील हो गए। इस भयानक बाढ़ में पालतू मवेशी पानी में कहां बह कर चले गए ये किसी को भी नहीं पता।
वहीं अब राज्य में बरसात तो थम चुकी है, लेकिन बरसात के कारण से आई बाढ़ के जख्म आज भी हरे ही हैं 1225 गांव बाढ़ की चपेट में आएं हैं।
बाढ़ में फंसे करीब 4000 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। इनमें से 1100 लोगों को रेस्क्यू किया गया। ये रेस्क्यू आर्मी, वायुसेना, SDRF व NDRF के जवानों की मदद से कई जाने बचाई गयी।
बीते एक सप्ताह में ग्वालियर चंबल संभाग ने बाढ़ का रौद्र रूप देखा है, मगर अब बाढ़ का पानी गांव से लेकर कस्बों से उतर चुका है। लेकिन जो तस्वीर सामने आ रही है, वो उन तस्वीरों से भी ज्यादा भयानक है जो बाढ़ के समय देखी थी। क्योंकि उस समय बाढ़ के पानी का कहर था ओर अब उस कहर के कितनी जिंदगियां बर्बाद हुई वो देखी जा सकती है।
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