
पंजाब : मोहाली के पार्षदों के वेतन में की गई 10 हजार रुपये की वृद्धि
मोहाली: मोहाली में पार्षदों की सैलरी में दस हजार रुपये की वृद्धि के प्रस्ताव को हरी झंडी दिखा दी है। पार्षदों की सैलरी में दस हजार रुपये की वृद्धि की जा रही है। पार्षद पहले 15 हजार रुपये सैलरी पा रहे हैं। इसके सिवा उन्हें दो हजार रुपये भत्ता भी दिया जा रहा हैं। मेयर की सैलरी में 15 हजार रुपये है, लेकिन भत्ते के रूप पर तीस हजार रुपये अतिरिक्त राशि दी जाती हैं।
पंजाब में सीनियर डिप्टी मेयर को भी पंद्रह हजार रुपये का वेतन तथा 26 हजार रुपये भत्ते के रूप में दिया जाता है, 15 हजार रुपये वेतन और 23 हजार रुपये अतिरिक्त भत्ते के रूप में डिप्टी मेयर को मिल रहे थे। लेकिन अब तीनों को क्रमश 18 हजार, 16 हजार तथा 14 हजार रुपये वेतन में वृद्धि की गई है।
निगम के मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू के नेतृत्व में गुरुवार को नगर निगम की बैठक हुई। सभी प्रस्तावों को बैठक में सर्वसम्मति से पारित किया गया है। नगर निगम के कर्मचारी केसर सिंह को नौकरी से सस्पेंड कर दिया गया। पुराने ठेकेदार से ही शहर टॉयलेट्स के रख रखाव का काम करवाने के लिए तय समय सीमा को बढ़ा दिया गया।
पार्षदों का वेतन बढ़ाने के लिए टेबल आइटम बैठक में लाई गई। सभी पार्षदों ने जिसका स्वागत किया। नगर निगम के मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू ने बताया कि शहर से संबंधित सभी प्रस्ताव थे जिनको अनुमति दे दी गई है।
जिस कर्मचारी केसर सिंह को निगम की बैठक में बर्खास्त किया गया है उस पर आरोप लगे थे कि केसर सिंह अपनी ड्यूटी सही तरह से नहीं कर रहे थे। केसर सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री के साथ आवारा पशुओं को पकड़ने के प्रकरण में बदतमीजी की थी। एक जांच कमेटी का गठन इसके बाद किया गया था।
पार्षद राजिंदर सिंह राणा, जसबीर सिह मणकू तथा बलजीत कौर को जांच सौंप दी गई है। समिति में कर्मचारी पर लगाए गए आरोप सही सिद्ध हुए। जिसके बाद केसर सिंह को सर्वसम्मति से निगम से सस्पेंड कर दिया गया।
मोहाली में बैठक में टेबल आइटम के द्वारा पड़ी बी रोड की सडक़ों की मैकेनिकल तरीके से साफ सफाई करवाने के प्रस्ताव को भी अनुमति मिल गई। विपक्ष का आरोप है कि एक सामान रूप से वार्डों का विकास नहीं हो रहा। परंतु विपक्ष के आरोपों को मेयर ने निराधार बताया है। डिप्टी मेयर कुलजीत बेदी की मांता राजिंदर कौर बेदी, पार्षद चरण सिंह की पत्नी सुखविंदर कौर को बैठक के दौरान श्रद्धांजलि दी गई और दो मिनट का मौन रखा गया।