
गोरखपुरः भीम आर्मी चीफ और आजाद समाज पार्टी से गोरखपुर से सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने का एलान कर चुके चन्द्रशेखर आजाद ‘रावण’ ने कहा कि ये साबित हो चुका है कि 69 हजार शिक्षक भर्ती में घोटाला हुआ है। सीएम योगी ने इसे स्वीकार भी किया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनेगी, तो इस मामले की जांच कराकर दोषी पाए जाने पर सीएम को जेल भेजवाएंगे। वे कहते हैं कि 69 हजार शिक्षक भर्ती के मामले में घाटाले की बात सीएम ने मानी थी। 6800 भर्ती रिलीज की। कोर्ट ने भी कह दिया कि वो मिलना चाहिए। लेकिन घोटाला करने वाले की जगह जेल में होनी चाहिए। उनके ऊपर 420 का मुकदमा होता, लेकिन करे कौन। पुलिस-प्रशासन नतमस्तक है। उनकी सरकार बनेगी तो 69 हजार शिक्षक भर्ती में दलितों-पिछड़ों का जो हक छीना है, घोटाले में जांच कराकर मुकदमा दर्ज कराएंगे और मुख्यमंत्री को जेल भेजेंगे। वे सुन लें।
चन्द्रशेखर आजाद ‘रावण’ सोमवार को गोरखपुर प्रवास के दूसरे दिन मीडिया से मुखातिब हुए। इस दौरान उन्होंने बेबाकी से सवालों का जवाब देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जैसे ओम प्रकाश चौटाला जेल में रहे थे। जिस सीएम को जेल जाना चाहिए था, वो लोगों को कह रहे हैं कि गर्मी ठंडा कर देंगे। शिमला बना देंगे। ये असंवैधानिक भाषा न किसी सीएम की हो सकती है और न ही किसी संत की। सीएम खुद को दलितों का बड़ा हितैषी बताते हैं। उन्होंने कहा कि प्रमोशन में रिजर्वेशन का मामले में अब तक उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की है। सुप्रीम कोर्ट का आर्डर है कि सरकार चाहे तो आंकड़े जुटाकर दे सकती है। लेकिन, वो देना नहीं चाहते हैं। इससे क्या होगा कि प्रमोशन में रिजर्व होगा, तो दलितों को सशक्तिकरण मिलेगा। बैकलॉग आएगा तो नई नियुक्तियां होगी। ये भी सीएम नहीं कर पा रहे हैं।
चन्द्रशेखर आजाद सहारनपुर यूपी के रहने वाले हैं। सीएम के नजदीक के हैं। वे उत्तराखंड के हैं। उन्होंने कहा था कि सीएम जहां से लड़ेंगे, वो भी वहीं से लड़ेंगे। अयोध्या और मथुरा के बाद रिवर्स गेयर लगा है। उन्होंने पहली बार देखा है कि रिवर्स भी फोर्थ गेयर होता है। सीधे अयोध्या, वहां भी परिसीमन में बड़ा खेल किया है। जो अल्पसंख्यक वोट सीएम को सबक सिखाने के लिए बैठा था, जिन्होंने अन्याय सहा है, उन वोटों को दूसरी विधानसभा में कर दिया। इस परिसीमन में भी बड़ा काम हुआ है। गोरखपुर की जनता ने 1971 में जिस तरह से टीएन सिंह और उप चुनाव में उन्हें सबक सिखाया है, उसी तरह इस बार के चुनाव में उन्हें फिर से सबक सिखाएगी। गोरखपुर की जनता बताएगी कि वे न तो उनके गुलाम हैं। न ही वो यहां के तानाशाह और मालिक हैं। जनता उन्हें चुनाव में जवाब देगी। यहां महिलाएं दर-दर भटक रही है। थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं हुआ है। वे शहर का विकास मोबाइल में देखें, दूध की नदियां बह रही हैं, शिवपुर साहबाजगंज है।
उन्होंने कहा कि उनका मोर्चा पूरे यूपी में चुनाव लड़ रहा है। उनका मुद्दा शिक्षा और स्वास्थ्य रहेगा। उनकी सरकार बनने पर सबके लिए मुफ्त शिक्षा और सबके लिए मुफ्त इलाज देंगे। 20 लाख नौजवानों को सरकारी और 80 लाख को प्राइवेट रोजगार देंगे। पेट्रोल-डीजल के दाम एक्साइज ड्यूटी घटाकर कम करेंगे। महिलाओं को घर पर रोजगार की व्यवस्था देंगे। गोरखपुर से चुनाव लड़ने की बजाय कहीं और से चुनाव लड़ने पर दमदारी के सवाल पर उन्होंने कहा कि वो उनका विश्वास कमजोर न करें। वे निर्दोष होकर 16 महीने जेल में रहे। वे नौजवानों, बुजुर्गों और महिलाओं के सम्मान के लिए लड़ेंगे। उन्हें गोरखपुर की जनता की इतनी चिंता होती, तो कोरोना में गोरखपुर के लोगों को मरता छोड़कर बिहार और बंगाल के इलेक्शन में नहीं घूमते। उन्हें गोरखपुर की जनता से प्यार है इसलिए वे गोरखपुर आए हैं। वे गोरखपुर की जनता का दिल जीतेंगे।
इतिहास गवाह है कि प्रधानमंत्री भी चुनाव हारे हैं। स्टंटबाजी की बात होती, तो वे बहुत दिन पहले ही कह चुके थे। सभी जानते हैं कि गोरखपुर चार महीने की बारिश में डूब जाता है। यही यहां का विकास है कि बच्चियां नाव चलाकर स्कूल जाती हैं। उन्होंने पहली बार देखा कि कोई पेशेंट बीमार होता है तो हायर सेंटर रेफर होता है। यहां एम्स से बीआरडी मेडिकल कालेज भेजा जाता है। यहां पर सीएम ने अपने चहेतों को काम सौंप दिया है। हर्जाना जनता भुगत रही है। गोरखपुर में बहुजन समाज के लोग अधिक रहते हैं। अभी तो लोगों ने मन बनाया है। वे दिखाएंगे कि उनसे बड़ा संगठन यहां बीजेपी भी नहीं होगा।
उन्होंने सीएम को चैलेंज करते हुए कहा कि वे सीएम से डिबेट करना चाहते हैं स्थान और चैनल वे तय करें और जनता से बताएं कि उनका क्या घोषणापत्र है।