महिला शक्ति केंद्र योजना से मिलेंगे ग्रामीण महिलाओं को पंख,पढ़ाई की दिक्कतें भी होंगी दूर
पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार की ओर से कई
योजनाएं चलाई जा रही हैं। ऐसे में ग्रामीण महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रधानमंत्री महिला शक्ति
केंद्र (Pradhan Mantri Mahila Shakti Kendra Yojana) योजना चलाई जा रही है। जिसके अंतर्गत लड़कियों को
शिक्षित करने के साथ ही उन्हें रोजगार दिलाने एवं आत्मनिर्भर बनाने में भी मदद की जाती है।
3 लाख से ज्यादा छात्रों को शामिल किए जाने का लक्ष्य
यह योजना साल 2017 में शुरू की गई थी। इसके तहत दूर-दराज के इलाकों में महिला शक्ति केंद्र खोले गए हैं। सरकार
का लक्ष्य है कि इसमें 3 लाख से भी ज्यादा स्वयंसेवी छात्रों को शामिल किया जाए। इस योजना में एनसीसी की छात्राओं
को भी जोड़ा जाएगा। जिसमें उन्हें प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा। इसके अलावा इस स्कीम के बारे में जागरूकता फैलाने के
लिए स्वयंसेवियों को जोड़ा गया है। इस योजना के अंतर्गत महिला शक्ति केंद्र अलग-अलग स्तर पर काम करेगी। यह
योजना केंद्रीय स्तर पर नॉलेज सपोर्ट और राज्य स्तर पर महिलाओं को संसाधन मुहैया कराती है। जिसमें राज्य सरकार,
जिले और ब्लॉक स्तर पर भी महिलाओं से जुड़े मुद्दों को लेकर केंद्र को सहयोग दिया जाता है।
हॉस्टल सुविधा भी उपलब्ध
महिला शक्ति केंद्र योजना के तहत बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के दायरे को भी बढ़ाया जाता है। इसके लिए 640 जिलों में
कई तरह के कैंपेंन चलाए जा रहे हैं, इसके साथ ही 405 से ज्यादा जिलों में अलग-अलग सेक्टर के हिसाब से इसका
दायरा बढ़ाने पर काम लगातार किया जा रहा है। पढ़ाई के अलावा रोजगार दिलाने एवे उनके आश्रय के लिए सरकार की
ओर से कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल खोलने का भी प्रावधान किया गया है। जिसमें 19 हजार से ज्यादा महिलाएं
रह सकेंगी,इसके अलावा कई और सुधार गृह भी बनाए जाने पर काम किया जा रहा है।