
भूजल संचयन तथा संवर्धन का मिलता है दीर्घकालिक लाभ- सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही भोजन सप्ताह का शुभारंभ भी किया था। मुझे सप्ताह के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आयोजित किए गए हैं भूजल सप्ताह का समापन आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक भवन में किया। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही भोजन सप्ताह का शुभारंभ भी किया था। मुझे सप्ताह के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भूजल संचयन और संवर्धन का दीर्घकालिक लाभ मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से किए गए प्रयासों का उल्लेख करते हुए कि विगत 5 वर्षों में हमको इस प्रक्रिया से 60 से अधिक नदियों को पुनर्जीवित करने में मदद मिली है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि कभी संबंधित क्षेत्रों की कृषि व्यवस्था के लिए जीवनधारा रहिए नदियां समाज की लापरवाही के कारण लुप्तप्राय हो गई थी हम सब के समय समन्वित प्रयासों से नदियां पुनर्जीवित हुई हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश की भूमि सर्वाधिक उर्वरा इसलिए रही है क्योंकि हमारे पास भूजल के अपार भंडार के साथ सती जल का भी वृद्ध भंडार था। देश में जिस तेजी से आबादी बढ़ी लोगों की दैनिक जरूरतें सिंचाई और औद्योगिक उत्पादन की आवश्यकताओं के कारण जिस तेजी से भूजल का अति दोहन हुआ उसकी तुलना में भूजल संचयन और संवर्धन के प्रयास के बीच की कालखंड में नहीं किए गए।
सीएम योगी ने कहा कि भूगर्भीय जल के संरक्षण संवर्धन के साथ हमें वर्षा जल की हर बूंद को बचाने का प्रयास करना होगा। प्रदेश के अमृत सरोवर बनाने की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है हमने अब तक उत्तर प्रदेश के कई अमृतसर सरोवर बनाने में सफलता प्राप्त की है। यही कारण है कि ग्रामीण व शहरी दोनों क्षेत्रों में इसका प्रभाव दिखाई दे रहा है जल है तो जीवन है।
कार्यक्रम में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने भूगर्भ जल और वर्षा जल संचयन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की परिस्थिति के अनुसार हरगांव का वाटर सिक्योरिटी प्लान बनाया जा रहा है।