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संसद में PM Modi बोले- विपक्ष को सीक्रेट वरदान, बुरा चाहते हैं भला होता है; 2028 में फिर लाना अविश्वास प्रस्ताव

लोकसभा में प्रधानमंत्री ने कहा- ये ‘इंडिया’ नहीं, ‘घमंडिया’ गठबंधन है

नई दिल्‍ली: केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों का लाया अविश्वास प्रस्ताव गुरुवार को (10 अगस्त) गिर गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आखिरी में अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब दिया। उन्‍होंने 2 घंटे 12 मिनट का भाषण दिया, जिसमें वे मणिपुर पर 1 घंटे 32 मिनट बाद बोले। बड़ी बात ये रही कि जब पीएम ने मणिपुर पर बात शुरू की, विपक्ष उसके पहले ही सदन से वॉकआउट कर चुका था।

पीएम मोदी ने ये भी कहा कि UPA को लगता है कि देश के नाम का इस्तेमाल कर विश्वसनीयता बढ़ाई जा सकती है। ये इंडिया गठबंधन नहीं है, ये ‘घमंडिया’ गठबंधन है। इसकी बारात में हर कोई दूल्हा बनना चाहता है, सबको प्रधानमंत्री बनना है।

प्रधानमंत्री ने कहा- यह सरकार का नहीं, विपक्ष का फ्लोर टेस्ट

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मैं भगवान का आशीर्वाद मानता हूं कि उन्होंने विपक्ष को सुझाया और वे इसका प्रस्ताव लेकर आए। वर्ष 2018 में भी वे अविश्वास प्रस्ताव लाए थे। तब मैंने कहा था कि यह हमारी सरकार के लिए फ्लोर टेस्ट नहीं है, उन्हीं का फ्लोर टेस्ट है। हुआ भी वही। जब मतदान हुआ तो विपक्ष के पास जितने वोट थे, उतने भी जमा नहीं कर पाए थे।

इतना ही नहीं, जब हम सब जनता के पास गए तो जनता ने भी पूरी ताकत के साथ इनके लिए ‘नो कॉन्फिडेंस’ घोषित कर दिया। चुनाव में एनडीए को कहीं ज्यादा सीटें मिलीं। एक तरह से विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ होता है। NDA और BJP लोकसभा चुनाव 2024 में पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़कर जनता के आशीर्वाद से वापस आएगी।

विपक्ष ने जनता का आत्मविश्वास तोड़ा

उन्‍होंने कहा कि हमने युवाओं को घोटालों से रहित सरकार दी है। दुनिया में भारत की बिगड़ी हुई साख को संभाला है। अभी भी कुछ लोग प्रयास में हैं कि साख को दाग लग गए। विश्व का विश्वास भारत में बढ़ता चला जा रहा है। इस दौरान हमारे विपक्ष ने क्या किया? इन्होंने अविश्वास प्रस्ताव की आड़ में जनता के आत्मविश्वास को तोड़ने का विफल प्रयास किया है।

पीएम मोदी ने कहा कि ये वो लोग हैं, जिन्हें देश के सामर्थ्य पर विश्वास नहीं है। हमारी सरकार के अगले टर्म में यानी तीसरे टर्म में भारत दुनिया की तीसरी टॉप अर्थव्यवस्था होगा। ये जिम्मेदार विपक्ष ऐसे में पूछता कि मोदीजी, निर्मलाजी, ये कैसे करोगे। ये भी मुझे सिखाना पड़ रहा है। यहां वो कुछ सुझाव दे सकते थे या कहते हम चुनाव में जनता के बीच जाकर बताएंगे कि ये तीसरे की बात करते हैं और हम एक पर लेकर आएंगे।

कांग्रेस नो-कॉन्फिडेंस

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के कई हिस्सों में कांग्रेस को जीत दर्ज करने में अनेक दशक लग गए हैं। तमिलनाडु में कांग्रेस की अंतिम बार सन् 1962 में जीत हुई थी। 61 साल से वहां के लोग कह रहे हैं कि कांग्रेस नो-कॉन्फिडेंस। बंगाल में 1972, गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार सन् 1985 में। त्रिपुरा में सन् 1988 में, ओडिशा में सन् 1995 में और नगालैंड में सन् 1998 में अंतिम जीत मिली। दिल्ली, बंगाल, आंध्र प्रदेश में एक भी विधायक खाते में नहीं है। जनता ने कांग्रेस के प्रति लगातार नो-कॉन्फिडेंस घोषित किया है। उन्‍होंने कहा कि वोटर्स को भुलाने के लिए गांधी नाम भी… हर बार वो भी चुरा लिया। चुनाव चिह्न देखिए दो बैल, गाय बछड़ा, फिर हाथ का पंजा। ये सारे उनके कारनामे हैं। हर मनोवृत्ति को दिखाते हैं। सब कुछ एक परिवार के हाथों में केंद्रित हो चुका है।  

2028 में तैयारी करके आएं

पीएम मोदी ने कहा कि एक बात पर उनकी तारीफ करता हूं, मैंने वर्ष 2018 में उन्हें काम दिया था कि 2023 में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आना और उन्होंने (विपक्ष) मेरी बात मानी। दु:ख इस बात का है कि पांच साल मिले, थोड़ा अच्छा करते, अच्छे ढंग से करते, लेकिन देश को निराश किया। कोई बात नहीं, 2028 में फिर मौका दूंगा। आग्रह है वर्ष 2028 में जब आप आएं तो थोड़ी तैयारी करके आइएगा।

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