
Jharkhand: कोविड वैक्सीनेशन में मिला 19वां स्थान, स्वास्थ्य मंत्री ने खड़े किए सवाल
देश में कोरोना वायरस को हराने के लिए वैक्सीनेशन (Vaccination) का काम तेजी से चल रहा है. केंद्र की मोदी सरकार सभी राज्यों को उनकी वैक्सीनेशन की गति के आधार पर उन्हें रैंक दे रही है. इसी क्रम में झारखंड (Jharkhand) को कोविड-19 टीकाकरण (Covid Vaccination) के लिए 19वां स्थान मिला है. टीकाकरण में इतना नीचे रखे जाने के बाद राज्य सरकार ने केंद्र सरकार की जमकर खिचाई की और सरकार से ही कई सवाल भी पूछ डाले. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि राज्य कोरोना काल में वैक्सीन की खुराक के लिए पूरी तरह से केंद्र पर ही निर्भर है.
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता (Banna Gupta) ने केंद्र सरकार से सवाल पूछा कि पेट्रोल और डीजल के टैक्स से जो पैसा एकत्रित हुआ है वह कहां है ?. उन्होने प्रेस कांफ्रेस में कहा कि झारखंड एक गरीब राज्य है यहां टीकों का निर्माण नहीं होता और यहां टीकों की बर्बादी सिर्फ 4 प्रतिशत है जो कि दूसरे राज्यों की तुलना में बहुत ज्यादा कम है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को लिखा पत्र
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना वैक्सीन के लिए झारखंड राज्य पूरी तरह से केंद्र पर निर्भर है अगर हमें वैक्सीन उपलब्ध नहीं कराई गई तो हम क्या करेंगे. उन्होंने कहा कि मैंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन (Harshavardhana) को पत्र लिखकर बजट में राज्यों के लिए आवंटित होने वाली 35000 करोड़ की राशि के बारे में याद दिलाई. उन्होंने कहा कि हमारी तरफ से यह भी पूछा गया कि 20 लाख करोड़ का जो वादा किया गया था वह कहां गए.
बन्ना गुप्ता ने लगाया गलत सूचना देने का आरोप
बन्ना गुप्ता कहा कि झारखंड एक गरीब राज्य है और हम इस नाते समझते हैं कि टीकों की क्या उपयोगिता है. उन्होंने केंद्र पर गलत सूचना देने का भी आरोप लगाया. उन्होने कहा कि छोटे और गरीब राज्यों की अपेक्षा बड़े राज्यों में कोरोना वैक्सीन की बर्बादी अधिक हो रही है. राज्य में ब्लैक फंगस को महामारी घोषित किए जाने पर उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया गया है ताकि मरीजों का ब्योरा ठीक प्रकार से रखा जा सके और लोगों को सही स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया हो सकें.