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संसद सत्र शुरू होते ही हुआ स्थगित, रक्षामंत्री ने जताया विरोध
मानसून सत्र में सरकार 14 नए बिल पेश करेगी। तीन अध्यादेशों पर संसद की मंजूरी हासिल करने की कोशिश करेगी।
आज से संसद का मानसून सत्र शुरू हो गया है। लेकिन संसद का ये सत्र शुरू होते ही भारी हंगामे के बीच स्थगित कर दिया गया। हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12:24 तक के लिए और लोकसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। संसद के दोनों सदनों में कार्यवाही शुरू होते ही कोरोना की दूसरी लहर, महंगाई और चीन से जुड़े मामले और पत्रकारों-नेताओं की जासूसी को लेकर हंगामा शुरू हो गया।
मानसून सत्र में सरकार 14 नए बिल पेश करेगी। तीन अध्यादेशों पर संसद की मंजूरी हासिल करने की कोशिश करेगी। बता दें कि इन तीन अध्यादेशों में से दो पर पहले से ही विवाद है। सरकार आवश्यक रक्षा सेवा अध्यादेश के जरिए सेना के लिए हथियार, गोलाबारूद, वर्दी बनाने वाले आयुध कारखानों में हड़ताल को गैरकानूनी घोषित कर दिया है। इसमें हड़ताल करने वालों के लिए दो साल की सजा का भी प्रावधान है। कई मजदूर संघों के साथ संघ का अनुषांगिक संगठन भारतीय मजदूर संघ ने इसका विरोध किया है। अब सरकार इस सत्र में इस अध्यादेश को कानूनी बनाने की तैयारी में है।
लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि खुशी की बात है कि कई दलित भाई मंत्री बने हैं। हमारे कई मंत्री ग्रामीण परिवेश से है, लेकिन कुछ लोगों को ये रास नहीं आ रहा है। संसद के दोनों सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद लोकसभा में नए सांसदों को शपथ दिलाई गई है।
संसद में सरकार पर एकजुट हमला बोलने के लिए कांग्रेस विपक्षी दलों के साथ लगातार संपर्क में है। वहीं सरकार ने इन मुद्दों पर पलटवार की पूरी तैयारी की है। सरकार ने पीएम केयर्स फंड का राज्यों द्वारा उपयोग न करने, वैक्सीन के बारे में लगातार भ्रम फैलाने और राज्यों द्वारा पेट्रोल-डीजल पर भारी राजस्व वसूलने जैसे मामले को उठा कर विपक्ष पर पलटवार की तैयारी की है।