
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सरदार पटेल की जयंती पर हरदोई में मोहम्मद अली जिन्ना का जिक्र किया था जिसके बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में जिन्ना का जिन जाग गया और चुनावी चर्चा का केंद्र बन गया। वही अब अखिलेश के बयान से पीछा छुड़ाने की कोशिश कर रही समाजवादी पार्टी लगातार कोशिश कर रही है। बता दें कि समाजवादी पार्टी के ऑफिशियल न्यूज़लेटर में जिन्ना पर अखिलेश के बयान पर दावा किया गया है कि अखिलेश यादव देश के पहले गृहमंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल के सपनों का भारत बनाने के लिए वृद्ध है साथी उनके सपनों को पूरा करने के लिए बताया है। देश की राजधानी दिल्ली में बीते 1 साल से अधिक जारी किसान आंदोलन करते हुए अखिलेश यादव को सरदार पटेल के पद चिन्हों पर चलने वाला बताया गया है। वही पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राजेंद्र चौधरी ने एक लेख के जरिए अखिलेश यादव को सरदार पटेल के आदर्शों पर चलने वाला बताते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी किसानों के साथ हैं।
गौरतलब है कि न्यूजलेटर में पूर्व मुख्यमंत्री के करीबी राजेंद्र चौधरी ने सरदार पटेल पर एक लेख लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा है कि अखिलेश को भारत के स्वतंत्रता संग्राम के सिद्धांतों में विश्वास है। वही राजेंद्र चौधरी ने लिखा कि लौह पुरुष के सपनों का भारत बनाने के लिए समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ लोगों के पक्ष में राजनीति करने के लिए व्रत और समर्पित हैं।
आजादी से समाजवादी पार्टी का गहरा नाता
राजन चौधरी के लेख में यह भी स्पष्ट किया गया है कि सरदार पटेल के आदर्शों को जीवित रखने और देश की एकता अखंडता और संप्रदायिक सद्भाव को मजबूत करने का संकल्प लेना चाहिए। चौधरी ने लिखा कि सपा हमेशा भारत के स्वतंत्र नायकों द्वारा दिखाए गए दिशा को आगे बढ़ाने के लिए पद रही है वही सरदार पटेल के आदर्शों को जीवित रखने के लिए देश की एकता अखंडता और संप्रदायिक सद्भाव को मजबूत करने का संकल्प लेना चाहिए। इतना ही नहीं चौधरी ने यह भी कहा कि स्वतंत्रता संग्राम से समाजवादी पार्टी का गहरा नाता रहा है 1942 में अगस्त क्रांति या भारत छोड़ो आंदोलन में समाजवादियों ने सक्रिय भूमिका निभाई डॉ राम मनोहर लोहिया ने अगस्त क्रांति को बहुत महत्वपूर्ण माना।