
जांच आयोग से ममता बनर्जी सामने लाएंगी पेगासस की असलियत
बता दें कि ममता बनर्जी सोमवार को दिल्ली के लिए रवाना हो रही हैं। 28 जुलाई को उनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगीं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पेगासस जासूसी मामले में एक बड़ा कदम उठाया है। ऐसा किससी ने इससे पहले नहीं किया है। पेगासस जासूसी मामले में ममता बनर्जी ने जांच आयोग गठित करने का आदेश दिया है। दिल्ली जाने से पहले ममता ने कैबिनेट बैठक में ये फैसला लिया है। इस जांच आयोग में दो रिटायर्ड जज शामिल हैं, जो पश्चिम बंगाल में फोन हैकिंग, ट्रैकिंग और फोन रिकॉर्डिंग के आरोपों की जांच करेंगे।
बता दें कि ममता बनर्जी सोमवार को दिल्ली के लिए रवाना हो रही हैं। 28 जुलाई को उनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगीं। दिल्ली जाने से पहले ममता बनर्जी ने आज मंत्रिमंडल की विशेष बैठक बुलाई थी। आज शाम 5 बजे तक ममता दिल्ली पहुंचेंगी। वह कई विपक्षी नेताओं से भी मिल सकती हैं। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश मदन लोकुर आयोग के अध्यक्ष होंगे। वहीं कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश ज्योतिरमय भट्टाचार्य दूसरे सदस्य होंगे।
ममता बनर्जी ने कहा कि पेगासस के माध्यम से, न्यायपालिका और नागरिक समाज सहित हर कोई निगरानी में है। संसद के दौरान केंद्र एससी पर्यवेक्षण के तहत जांच करेगा, लेकिन उन्होंने नहीं किया। पश्चिम बंगाल आयोग शुरू करने वाला पहला राज्य है। हम चाहते थे कि पेगासस जासूसी कांड की जांच के लिए केंद्र आयोग बनाए, लेकिन केंद्र सरकार कुछ नहीं कर रही है। पैनल जांच करेगा, “हैकिंग किसने की, उन्होंने यह कैसे किया और लोगों की आवाज क्यों दबाई जा रही थी।