मातृत्व दिवस के मौके पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं के लिए चलाए जाएंगे अभियान
लखनऊ : दूसरी और तीसरी तिमाही में गर्भवती महिलाओं को गुणवत्तापूरक जांच और उपचार की सुविधा देने के लिए स्वास्थ्य इकाइयों को बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। नौ अगस्त को अभियान दिवस के मौके पर गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य इकाइयों तक लाने और वापस ले जाने के लिए ब्लाकवार 102 एंबुलेंस का योजना तैयार हो रही है। अभियान दिवस के मौके पर आरसीएच पंजीकरण के लिए जरूरी काउंटर लगेंगे।
जिन लाभार्थियों के पास आरसीएच पंजीकरण नहीं है, तत्काल उनका पंजीकरण कराकर उनका आरसीएच नंबर दिया जाएगा। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी बैंक के साथ समन्वय स्थापित करके विशेष काउंटर लगाने की अनुमति देंगे। जिन लाभार्थियों के पास बैंक खाते नहीं है, तत्काल उनका बैंक खाता खुलवाया जाएगा। इसके लिए तैयारियां पूरी हो गई है।
नारी के सम्मान और सुरक्षा के चलते हुए प्रदेश सरकार मिशन शक्ति अभियान का संचालन कर रही है। उप्र की ओर से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित मातृत्व की सभी सुविधाएं दिलाई जायेंगी। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत मुफ्त जांचे और उपचार की सुविधाएं मिल रही हैं।
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि अभियान दिवस को विस्तृत रूप में संचालित किया जाएगा। इस माह फैसलिटीवार कार्यनीति को प्राथमिकता के आधार पर तैयार की जायेगी।
गर्भवती महिलाओं को एएनएम और आशा बहुओं की ओर से बुलाने के लिए स्लिप भेजी जाएगी। राजकीय चिकित्सालयों में उन्हें कम से कम एक बार विशेषज्ञ या फिर एमबीबीएस चिकित्सक की देख-रेख में जांच और इलाज कराना होगा। केंद्र सरकार से लेकर प्रदेश की योगी सरकार सभी स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए निरंतर कोशिशें कर रही है। जबकि, यूपी में कोरोना की स्थिति ठीक होते ही स्वास्थ्य और पूरा प्रदेश एलर्ट मोड पर आ गया।