जातीय जनगणना के मुद्दे पर नीतीश की मोदी से मुलाकात, बाकी पार्टियां भी होगी शामिल
देशभर में जातीय जनगणना को लेकर सभी पार्टियां हरकत में आ गई हैं। साथ ही कोर्ट में जातीय जनगणना का मुद्दा उठने के बाद अब सीएम नीतीश कुमार ने एलान किया है और कहा है कि इस जातीय जनगणना पर 11 अगस्त को पीएम मोदी बैठक करेंगे जिस बैठक में नितीश उस 11 सदस्यीय डेलिगेशन का नेतृत्व करेंगे जिसमें सभी राज्यों के राजनीतिक पार्टियों के एक-एक नेता शामिल होंगे जो पार्टी का प्रतिनिधि करेगा। इस 11 सदस्यीय डेलिगेशन में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव भी शामिल होंगे।
इसमें बीजेपी द्वारा जनक राम को भी डेलिगेशन का मेंबर बनाने पर विवाद के चलते नितीश कुमार ने कहा कि यह कोई मुद्दा नहीं है। इसमें हर राजनीति पार्टी एक व्यक्ति को रख सकती है जो विधान मंडल की किसी भी सदन का सदस्य हो।
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इस जातीय जनगणना के विवाद ने तब तूल पकड़ा जब केंद्र सरकार के द्वारा संसद में इस मुद्दे को रखा गया जहां केवल एससी और एसटी की आबादी की गणना की बात की गई और प्रस्ताव रखा गया था। और यह हम सब जानते हैं कि राजनीति में जातीय उथल पुथल, जातीय विवाद सबसे ज्यादा बिहार में रहता है। क्योंकि बिहार की राजनीति में इस जातीय मुद्दे का बहुत वर्चस्व रहा है।
इस जातीय जनगणना को लेकर नीतीश कुमार ने बताया कि मॉनसून सत्र के दौरान तेजस्वी के साथ और विपक्ष के नेता और सीएम नीतीश कुमार के बीच मुलाकात हुई थी जिसके तहत सभी ने जनगणना को लेकर प्रस्ताव रखा था। इसके बाद सभी के द्वारा हामि भरने पर प्रधानमंत्री मोदी को इस मुद्दे पर पत्र लिखा गया और मिले की मांग की गई जो मिल गई।
साथ ही इस मुद्दे पर कर्नाटक के सीएम बंसवराज बोम्मई का भी बनाया है जिसमें उन्होंने कहा कि हर कोई प्रधानमंत्री से मिल सकता है और साथी
ही उन्होने यह भी बताया कि यह मामला कोर्ट के साथ-साथ वर्ग आयोग के सामने भी लंबित है और इसकी लगातार जांच हो रही है।