बिहार में नीतीश कुमार की केंद्र से जातीय जनगणना की मांग, जीतन राम मांझी का पलटवार
जीतन राम मांझी ने कहा, जातीय जनगणना की हमारी मांग बहुत पुरानी है. ओबीसी विधेयक संसद में पास होने के बाद अब राज्य सरकारें भी जातिगत जनगणना करा सकती हैं. इसलिए सीएम नीतीश कुमार बिहार में जातीय जनगणना करवाने की पहल करें।
पटना : बिहार की सियासत में लंबे समय से चल रहा तमाशा बढ़ता ही जा रहा है। जहां अभी तक इस खेल के भागीदार चिराग पासवान हुआ करते थे अब पीएम मोदी के द्वारा ओबीसी वर्ग को दी गई सहूलियत पर हो रहा है। क्योंकि बीजेपी का यह ओबीसी कार्ड कहीं ना कहीं बिहार की सियासत पर और नीतीश कुमार की सत्ता पर बहुत हद तक असर डालने वाला है।
बीजेपी के इस ओबीसी कार्ड को लेकर बिहार के जीतन राम मांझी ने पीएम मोदी का शुक्रिया अदा करते हुए इस कदम को बहुत सही बताया है । उनका कहना है कि सरकार के इस कदम से हर राज्य को जातीय जनगणना करा सकेगा। जिस पर अब जीतन राम मांझी ने कहा है कि पीएम द्वारा इस मुद्दे पर हरी झंडी देने के बाद सीएम नीतीश कुमार से जातीय जनगणना कराने की मांग की है।
आपको बता दें कि नीतीश कुमार का कहना है कि वे इससे पहले ही 4 जुलाई को पत्र लिखकर केंद्र से जातीय जनगणना कराने की मांग कर चुके हैं साथ ही नितेश ने कहा था कि इस जनगणना को कराने सभी राज्यों को पूरी जानकारी मिल जाएगी। और यह एक सामाजिक मुद्दा है इसलिए यह जनगणना केंद्र को ही कर आनी चाहिए। राज्य द्वारा कराने की बात पर पीएम मोदी से बात करने की बात कही।
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