
एनसीबी ने राजधानी दिल्ली के ड्रग्स मामले में एक आरोपी को किया गिरफ्तार, तस्कर के पास से बरामद हुए 30 लाख रुपये कैश और नोट गिनने की मशीन
दिल्ली : शाहीन बाग ड्रग्स केस में एक और आरोपी को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने पकड़ा है। एनसीबी ने बताया कि, पकड़ा गया आरोपी कथित तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल था। शनिवार को माना जा रहा था कि इस केस में पांचवी अहम गिरफ्तारी हो सकती है। इस मामले में लगातार पूछताछ चल रही थी। एनसीबी ने दिल्ली के जामिया नगर के शाहीन बाग इलाके में छापेमारी करने के बाद लगभग 50 किलोग्राम हेरोइन और 47 किलो संदिग्ध नारकोटिक्स बरामद किया था। इसके साथ ही 30 लाख रुपये कैश और नोट गिनने की मशीन भी बरामद किया गया था। पुलिस ने इस दौरान एक शख्स को गिरफ्तार किया था।
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गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान हैदर के तौर पर हुई है
इस केस में जानकारी सामने आई थी कि कैराना शाहीन बाग ड्रग्स कनेक्शन का मास्टरमाइंड दुबई में बैठा तालिबान है. खबर थी कि शाहिद अहमद उर्फ बड़ा अहमद है पूरे ड्र्ग्स नेक्सस का मास्टरमाइंड है. वह एक अफगानिस्तान मूल के नागरिक के साथ मिलकर तालिबान की कई तंजीमो में बन रही हेरोइन की खेप समुद्र के रास्ते और अटारी बोर्डर के जरिए भारत भेज रहा है. इससे पहले शाहीन बाग से गिरफ्तार हैदर ने NCB पूछताछ में खुलासा किया था कि शाहीन बाग जैसे कई ठिकाने दिल्ली एनसीआर और देश के कई राज्यों में बनाए हुए थे. ये सब दुबई में बैठे शाहिद के इशारे पर होता था. शाहीन बाग से गिरफ्तार हैदर सीधे शाहिद से फोन पर बात करता था.
मूल रुप से उत्तराखंड का है निवासी
करीब 8 साल से शाहिद कपड़े के बिजनेस के सिलसिले में दुबई में सैटल है, जहां उसकी मुलाकात तालिबानी तंजीमो से सीधे जुड़े और अफगानिस्तान के बड़े ड्रग्स कारोबारियों के करीबी एक अफगान मूल के नागरिक से हुई. इसके बाद हैदर कैराना से गिरफ्तार फरीद अहमद और दोनों अफगान मूल के नागरिक शाहिद के इशारे पर काम कर रहे थे. मूल रूप से उत्तराखंड के टिहरी के रहने वाले है फरीद अहमद और शाहिद अहमद. हैदर के भी कुछ रिश्तेदार टिहरी के है जिसके कारण हैदर पहले अहमद और फिर शाहिद के सम्पर्क में आया.