National Constitution Day 2022 : आज देश मना रहा है संविधान दिवस, जानें इसका इतिहास और महत्व
नेशनल डेस्क : आज 26 नवंबर को हमारा देश संविधान दिवस मना रहा हैं । आपको बता दे की यह दिवस राष्ट्रीय संविधान दिवस को राष्ट्रीय कानून दिवस और भारतीय संविधान दिवस के नाम से जाना जाता है।
बता दें कि 26 नवंबर 1949 को देश की संविधान सभा ने मौजूदा संविधान को विधिवत रूप से स्वीकार किया था, लेकिन इसे स्वीकार किए जाने के दो महीने बाद यानी 26 जनवरी 1950 को इस संविधान को लागू किया गया था। इसी कारण 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है।
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संविधान का इतिहास
भारत का संविधान विश्वभर के 60 लोकतांत्रिक देशों के संविधान का मिश्रण है। संविधान को बनाने में करीब 2 साल 11 महीने 18 दिन का समय लगा था। इसके साथ ही संविधान में 2000 से अधिक संशोधन किए गए थे। हमारे देश का संविधान दुनियाभर का सबसे लंबा संविधान कहा जाता है।
अपने मूल रूप में भारतीय संविधान में 395 अनुच्छेद, 22 खण्ड और 8 अनुसूचियां हैं। हमारे संविधान में कुल 1,45,000 शब्द हैं, जो कि पूरे विश्व में सबसे लंबा अपनाया गया संविधान है। हालांकि, इस समय हमारे संविधान में 470 अनुच्छेद, 25 खण्ड और 12 अनुसूचियों के साथ-साथ 5 परिशिष्ट भी हैं।
क्यों मनाया जाता है संविधान दिवस
देश के लोगों को संविधान के बारे में जागरुक करने के लिए संविधान दिवस मनाया जाता है। संवैधानिक मूल्यों की जानकारी देश के हर नागरिक को हो इसके लिए संविधान दिवस मनाने का फैसला हुआ था। इसलिए इस दिन स्कूल कॉलेजों में भारत का संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा जाता है और भारत के संविधान की विशेषता एवं महत्व पर चर्चा की जाती है।