मुंबई : ‘बदलता जम्मू-कश्मीर’ कार्यक्रम में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने की शिरकत, कहा – ”जम्मू-कश्मीर सबसे तेजी से बढ़ते केंद्र शासित प्रदेशों में से एक”
जम्मू कश्मीर : मुंबई में आयोजित ‘बदलता जम्मू-कश्मीर’ कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हिस्सा लिया है । इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम को सम्बोधित करटे हुए कहा की, अनुच्छेद 370 अलगाववाद, आतंकवाद, भाई-भतीजावाद, भेदभाव और भ्रष्टाचार का मूल कारण था। इसने जम्मू-कश्मीर को वर्षों से अविकसित रखा। इसके हटाए जाने के तीन साल बाद प्रदेश नई विकासात्मक यात्रा पर आगे बढ़ रहा है। आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र और भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक और कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।”
भारत को बताया उभरती वैश्विक आर्थिक शक्ति – सिन्हा
इसके आगे बोलते हुए सिन्हा ने कहा कि, ”दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में उभरा है। यह उपलब्धियां जम्मू-कश्मीर को मजबूत बनाने और आधुनिक भारत के निर्माण में योगदान देने के लिए प्रेरित कर रही हैं। सिन्हा ने रविवार को मुंबई में ‘बदलता जम्मू-कश्मीर’ शीर्षक पर सम्मेलन में भाग लेते हुए सभी के साथ जम्मू-कश्मीर के विकास की कहानी साझा की। इस सम्मेलन में पूर्व राज्यपाल उत्तर प्रदेश राम नाईक, महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री विनोद तावड़े, पूर्व मंत्री और वरिष्ठ राजनेता मौजूद थे।”
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इस दौरान उपराज्यपाल ने पसंदीदा फिल्म शूटिंग गंतव्य के रूप में जम्मू कश्मीर के फिर से उभरने और मुंबई फिल्म उद्योग के साथ मजबूत रिश्ते पर भी बात की। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर सबसे तेजी से बढ़ते केंद्र शासित प्रदेशों में से एक के रूप में उभरा है। तीन वर्षों में प्रदेश ने जो प्रगति की है, उसने लोगों को नई आशा और विश्वास दिया है।
नए उद्योग धंधे स्थापित करने के लिए बाधाएं को किया जाएगा दूर – सिन्हा
उपराज्यपाल ने कहा कि प्रशासन ने आर्थिक विकास को गति देने और युवा आबादी की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सहायक योजनाएं और नीतियां बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। जनहितैषी शासन को लागू करने और नए उद्योग धंधे स्थापित करने में जो दिक्कतें आती थी उन्हें हमने दूर किया है। सभी को समान अवसर प्रदान करना हमारी जिम्मेदारी है। 21,640 नई विनिर्माण और सेवा इकाइयों की स्थापना और 1.70 लाख से अधिक नौकरियों के सृजन के साथ प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम समाज में योगदान करने के लिए सबसे शक्तिशाली माध्यम के रूप में उभरा है। विशिष्ट अतिथियों और प्रमुख वक्ताओं ने जम्मू कश्मीर में हो रहे परिवर्तनों पर भी अपने विचार साझा किए।