MP: नागदा में BJP-congress की जोर-आजमाइश, बेटे को तैयार कर रहे हैं सुल्तानसिंह
कांग्रेस ने ऐन वक्त पर पाला बदलने की सियासत नहीं हुई तो 4 बार की विधायक दिलीप सिंह गुर्जर को टिकट पर कोई फिलहाल नहीं है
मध्य प्रदेश: गुजरात में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के बाद भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस का फूंका अगले वर्ष मध्य प्रदेश राजस्थान और छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव पर है। इसी क्रम में मध्य प्रदेश की ज्यादातर विधानसभा सीटों पर दावेदारों ने अपनी-अपनी जोर आजमाइश शुरू कर दी है ऐसी ही जोर आजमाइश इन दोनों उज्जैन जिले की नागदा विधानसभा सीट पर दिख रही है।
बता दें कि कांग्रेस ने ऐन वक्त पर पाला बदलने की सियासत नहीं हुई तो 4 बार की विधायक दिलीप सिंह गुर्जर को टिकट पर कोई फिलहाल नहीं है वहीं भाजपा तो एक अनार सौ बीमार की स्थिति बन गई है। बता दें कि कुछ लोगों ने गुपचुप तो कुछ लोगों ने खुलकर दावेदारी जताना शुरू कर दिया है। वहीं मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त असंगठित कामगार कल्याण बोर्ड के चेयरमैन सुल्तान सिंह शेखावत की दावेदारी अपनी जगह है अब उनके बेटे मोती शेखावत भी अपनी सक्रियता दिखा रहे हैं। माना जा रहा है कि अधिक उम्र होने के चलते यदि सुल्तान सिंह को टिकट में दिक्कत होती है तो उनके बेटे का नाम आगे किया जा सकता है।
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परंपरागत कांग्रेस की रही है सीट
भाजपा ने अब तक 8 बार विधानसभा चुनाव लड़ा इसमें सिर्फ तीन बार उसे जीत मिली है पार्टी ने कभी पिछड़ा वर्ग तो कभी ठाकुर कैंडिडेट और भरोसा जताया। 1985 से लेकर अब तक लगातार यहां भाजपा को हार ही मिली है।