NCUI और HCL फाउंडेशन के बीच हुआ एमओयू, युवाओं और महिलाओं को मिलेंगे रोजगार के अवसर
एनसीयूआई के अध्यक्ष दिलीप संघानी की उपस्थिति में निर्माण के लिए हुआ समझौता
नई दिल्ली: भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ (NCUI) और एचसीएल फाउंडेशन ने बुधवार को एनसीयूआई के अध्यक्ष दिलीप संघानी की उपस्थिति में निर्माण के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। एमओयू पर एचसीएल फाउंडेशन की ओर से ग्लोबल सीएसआर की उपाध्यक्ष व निदेशक डॉ. निधि पुंधीर और एनसीयूआई के मुख्य कार्यकारी डॉ. सुधीर महाजन ने हस्ताक्षर किए। एनसीयूआई का सेंटर फॉर एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट एंड कोऑपरेशन (सीईडीसी) पिछले दो महीनों से सहयोग के क्षेत्रों को अंतिम रूप देने के लिए एचसीएल फाउंडेशन के साथ मिलकर काम कर रहा था।
इस सहभागिता के जरिए एचसीएल फाउंडेशन ने पूरे देश में एसएचजी और सहकारी समितियों को प्रशिक्षण बुनियादी ढांचा, बाजार मंच और ब्रांडिंग समर्थन विकसित करने के लिए एनसीयूआई के साथ हाथ मिलाया है। शुरुआत में, सीईडीसी, एनसीयूआई और एचसीएल फाउंडेशन नोएडा के सेक्टर 80 में एनसीयूआई के नवनिर्मित कौशल विकास केंद्र में विश्व स्तरीय आजीविका-सह-उद्यमिता विकास केंद्र स्थापित करने के लिए मिलकर काम करेंगे। अगले तीन वर्षों के दौरान महिलाओं, युवाओं और सीमांत समुदायों के कारीगरों सहित 5000 से अधिक प्रतिभागियों को स्थायी आय-सृजन के अवसरों के लिए जुटाया जाएगा और 90 फीसदी प्रशिक्षित युवाओं को निजी क्षेत्र और अन्य संबंधित संगठनों में रखा जाएगा।
200 से अधिक SHG और 50 बहुउद्देश्यीय सहकारी समितियों का होगा गठन
सभी परियोजना प्रतिभागियों को वित्तीय और डिजिटल साक्षरता की अवधारणाओं से लैस किया जाएगा, नियमित स्वास्थ्य जांच और जागरूकता सत्रों तक उनकी पहुंच होगी। 200 से अधिक SHG का पोषण किया जाएगा, जिसमें कुल सदस्यों की संख्या 3000 से अधिक होगी और 50 बहुउद्देश्यीय सहकारी समितियों का भी गठन किया जाएगा। इसके अलावा एचसीएल फाउंडेशन एनसीयूआई के साथ मिलकर कई राज्यों में एनसीयूआई हाट और इन्क्यूबेशन सेंटर परियोजनाओं की प्रतिकृति बनाने, समुदायों को संगठित करने और एसएचजी व सहकारी समितियों का गठन करने और पूरे भारत में कारीगरों व सहकारी समितियों की ब्रांडिंग, आईटी और प्रचार प्रदान करने जैसे साझा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए काम करेगा।
एमओयू हस्ताक्षर समारोह के बाद एनसीयूआई के अध्यक्ष के साथ एक संक्षिप्त बैठक में डॉ. सुधीर महाजन ने देश भर में युवाओं और महिलाओं के बीच सहकारी पहचान को बढ़ावा देने के लिए एनसीयूआई इनक्यूबेशन सेंटर, वैश्विक और राष्ट्रीय स्तर के संसाधन संगठनों के साथ सहयोग जैसी विभिन्न पहलों के बारे में बताया। उन्होंने समाज के जरूरतमंद वर्गों को सशक्त बनाने के लिए निजी क्षेत्र और सामाजिक संगठनों की भूमिका पर प्रकाश डाला।
जरूरतमंद समुदायों के सशक्तिकरण पर काम कर रहा HCL फाउंडेशन
वहीं, डॉ. निधि पुधीर ने पूरे देश में कारीगरों, एसएचजी और जरूरतमंद समुदायों के सशक्तिकरण के लिए एचसीएल फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न प्रोजेक्ट्स को साझा किया। उन्होंने हमारे देश की समृद्ध विरासत और बेहतरीन हस्तशिल्प को प्रदर्शित करने के लिए एचसीएल फाउंडेशन की माई ई-हाट पहल के बारे में भी बात की और हजारों कारीगरों, विशेष रूप से महिलाओं को शोषक प्रणालियों से आगे बढ़ने और ग्राहकों से सीधे जुड़ने में सक्षम बनाया। यह पहल कौशल निर्माण के अवसरों में कारीगरों, प्राथमिक उत्पादकों को शामिल करती है, कारीगरों को अपने उत्पादों को बेहतर बनाने के लिए तकनीकी और गैर-तकनीकी पर्याप्त बाजार संचालित ज्ञान से लैस करती है, उद्यमशीलता की प्रतिभा का पोषण करती है और बाजार से जुड़ाव बनाती है।
डॉ. पुधीर ने कारीगरों को सहकारी समितियों का गठन करके और उन्हें प्रौद्योगिकी और आजीविका हस्तक्षेपों के माध्यम से सशक्त बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने उम्मीद जताई है कि एनसीयूआई और एचसीएल फाउंडेशन के बीच सहयोग पूरे देश में समाज के वंचित वर्गों के कारीगरों, युवाओं और महिलाओं तक पहुंचने और सहकारी उद्यमिता के माध्यम से उद्यम विकास के सफल मॉडल विकसित करने में एक लंबा रास्ता तय करेगा। उन्होंने उत्पादों और अन्य हस्तक्षेपों की ब्रांडिंग और बाजार लिंकेज के जरिए एनसीयूआई की चल रही परियोजनाओं का समर्थन करने की भी पेशकश की।
PM के ‘सहकारिता के माध्यम से समृद्धि‘ के सपने को साकार करने का प्रयास
इसके अलावा डॉ. सुधीर महाजन ने इस अनूठी पहल के लिए एचसीएल फाउंडेशन की टीम को बधाई दी और सीईसीसी टीम से भविष्य की कार्रवाई के लिए एक रूपरेखा तैयार करने को कहा। एनसीयूआई अध्यक्ष दिलीप संघानी ने बोर्ड पर आने के लिए एचसीएल फाउंडेशन को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सहकारिता के माध्यम से समृद्धि’ के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए एनसीयूआई के प्रयासों को मजबूत करेगा। सुमित सिंह ने सहयोग को औपचारिक रूप देने के प्रयासों के लिए डॉ. पुधीर और उनकी टीम को धन्यवाद दिया। इसके बाद उन्होंने गौरव मजूमदार, विकास और एचसीएल फाउंडेशन टीम के अन्य सदस्यों के साथ अगले दो सप्ताह के लिए भी कार्य-योजना तैयार करने के लिए बैठक की।