
झारखण्ड : जानें आखिर क्यों अखाड़ा बना रिम्स, जमकर हुई मारपीट
पुलिसकर्मियों के सामने डॉक्टरों ने परिजनों को बुरी तरह से पीटा जिसके बाद पुलिस ने मोर्चा संभाला
रांची: झारखंड में सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान रिम्स इन दिनों अखाड़े के मैदान में बदल चुका है। बता दें कि झारखंड का रिम्स अस्पताल राज्य का सबसे बड़ा अस्पताल है यहां भर्ती एक मरीज के परिजनों ने अस्पताल के जूनियर डॉक्टर के साथ जमकर लड़ाई की जिसके साथ अस्पताल का वार्ड अखाड़े में तब्दील हो गया।
बता दें कि परिजनों ने जूनियर डॉक्टर पर आरोप लगाया कि उन्होंने मरीज के बेटे को एक कमरे में बंद कर दिया था और इसके बाद करीब 10 मिनट तक 5 से 6 चिकित्सक ने उसे बुरी तरह पीटा वहीं दूसरी तरफ जूनियर डॉक्टरों द्वारा पुलिस को दी गई लिखित शिकायत में मरीज के परिजन पर मारपीट का आरोप लगाया है।
आपको बता दें कि अब पूरी घटना रिम्स मेडिकल विभाग के डॉ आर एस साहू के यूनिट की है जहां मारपीट की सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने पुलिसकर्मियों के सामने डॉक्टरों ने परिजनों को बुरी तरह से पीटा जिसके बाद पुलिस ने मोर्चा संभाला। हालांकि एसआई अविनाश कुमार परिजनों को अस्पताल से निकाल कर थाने ले गए।
अस्पताल में तैनात महिला चिकित्सक से परिजनों ने मरीज को देखने का आग्रह किया लेकिन लेकिन मैं लाची के सामने मरीज को देखने से मना कर दिया इसी बात को लेकर विवाद हो गया संतोष ने बताया कि उसके हस्तक्षेप के बाद डॉक्टर गाली गलौज करने लगे और गाली गलौज देने से मना करने के बाद उन्होंने मारपीट शुरू कर दी।
मरीज के बेटे ने बताया कि विवाद के दौरान वार्ड में सिर्फ एक महिला और एक पुरुष चिकित्सक के हाथापाई शुरू होने के बाद दो डॉक्टरों ने आधा दर्जन से ज्यादा जूनियर डॉक्टर को बुला लिया फिर सभी ने मिलकर उन्हें पीटा मरीज की बेटी भी हिल्स में नर्सिंग की पढ़ाई कर रही है परिजनों का आरोप है कि जानने के बाद भी जूनियर डॉक्टरों ने उनके साथ मारपीट की।
परिजनों के खिलाफ धरने की लिखित शिकायत
आपको बता दें कि नाटो ने पूरे घटनाक्रम में परिजनों को ही दोषी ठहराया है डॉक्टरों के अनुसार मरीज का इलाज बेहतर ढंग से चल रहा है इसके बावजूद भी मरीज के परिजन बार-बार इलाज में लापरवाही का आरोप लगा रहे थे जब डॉक्टर ने समझा है तो परिजन गाली गलौज करने लगे और उसके बाद उन्होंने मारपीट शुरू कर दी। रिम्स के अध्यक्ष डॉ विकास ने कहा कि अभी मामले की पूरी जांच चल रही है और जांच पूरी हो जाने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।