Mission 2024: लोकसभा चुनाव के लिए पंजाब में सिख उम्मीदवारों की तलाश में BJP
सूत्रों का कहना है कि भाजपा 13 लोकसभा सीटों में से अधिकांश पर मजबूत से उम्मीदवार की तलाश कर रही है।
तीन दशकों में पहली बार होगा, जब BJP पंजाब में अकेले चुनाव लड़ेगी
भाजपा पंजाब में अब तक, शिअद के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ती थी
राज्य की 13 लोकसभा सीटों पर BJP ने उम्मीदवारों की तलाश शुरू की
पंजाब: वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में पंजाब में भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती है। बता दें कि तीन दशकों में ऐसा पहली बार होगा जब बात पर चुनाव मैदान में अकेले अपने उम्मीदवार उतारेगी। सूत्रों के मुताबिक मिल रही जानकारी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी अपने नई प्रदेश कार्यकारिणी में 50 फीसद विश्वसनीय सिख नेताओं को शामिल करना चाहता है। बीजेपी को पंजाब में अभी तक हिंदूवादी राजनीतिक दल के रूप में देखा गया है लेकिन सूत्रों का कहना है कि भाजपा 13 लोकसभा सीटों में से अधिकांश पर मजबूत से उम्मीदवार की तलाश कर रही है।
सीएम योगी ने दिए निर्देश, NCR की तर्ज पर गठित होगा राजधानी क्षेत्र
तीन मंत्रियों के पास 9 लोकसभा क्षेत्रों का जिम्मा
आपको बता दें कि भाजपा अब तक शिरोमणि अकाली दल के साथ गद्दारी में छोटे भाई की भूमिका नहीं थी ।लेकिन विवादास्पद कृष्णा के कारण 10 को पुराना या गठबंधन टूट गया था अब बीजेपी ने अपना आधार बढ़ाने के लिए 9 लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी की दी है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और भाजपा प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत, आनंदपुर साहिब होशियारपुर बठिंडा के प्रभारी हैं केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के साथ-साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीया को भी पंजाब की जिम्मेदारी दी गई है।
कांग्रेस के नेताओं को अहम जिम्मेदारी देने की लिए तैयार बीजेपी
आपको बता दें कि गजेंद्र सिंह शेखावत ने देश भर में बदलाव की संभावना से इनकार नहीं किया उन्होंने कहा कि तुरंत बदलाव का कोई कारण नहीं है। लेकिन आने वाले दिनों में पार्टी को मजबूत करने के लिए बदलाव किया जा सकता है। शेखावत ने कहा कि कांग्रेस छोड़कर पार्टी में शामिल हुए कुछ कांग्रेस नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। आपको बता दें कि पंजाब में कांग्रेस के कुछ बड़े नेता भाजपा में शामिल हो चुके हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस पार्टी पंजाब में कमजोर होती दिख रही है।