
बारिश की मार ,उत्तराखंड बेहाल,भूस्खलन से राज्य में कई सड़के बंद
उत्तराखंड में लगातार दूसरे दिन भी तेज़ बारिश जारी है।जिसके चलते कई मैदानी इलाकों में जल भराव हो गया है।एक तरफ जहाँ बारिश के चलते उत्तरकाशी जिले के लोहारी नाग पाला में भूस्खलन से मलबा आने के कारण गंगोत्री हाईवे बंद हो गया है।
वही दूसरी तरफ टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग भी भूस्खलन के चलते स्वांला के पास से बंद हो गया है।मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे बहुत तेज़ बारिश की संभावना व्यक्त की है। कुछ इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून भी बारिश की मार झेल रही है।यहाँ कई जगह नदियां उफान पर है। इसके चलते लोग अस्थाई पुल के सहारे नदी पार करने को मजबूर हैं।
देहरादून से लगभग 50 किलोमीटर दूर विकासनगर के साहिया के समीप कोठा तालसी छानी का वीडियो भी आज दिन भर खूब वायरल हुआ। इस वीडियो में देखा गया किस तरह ग्रामीण उफनती अमलावा नदी को जान जोखिम में डालकर पार कर रहे है, जहां जरा सी चूक होते ही जान तक जा सकती है।
चमोली जिले में भी तेज बारिश से कई सड़के ब्लॉक हो गई है, इस कारण ग्रामीणों को पैदल ही रास्ता तय करना पड़ रहा है।
चीन सीमा को जोड़ने वाले पिथौरागढ़ जिले के कुलागाड़ पुल बहने से हजारों की आबादी पूरी दुनिया से कट गई हैं। ब्यास, दारमा और चौदांस घाटी के छह दर्जन से अधिक गांव के लोग जरूरी काम के लिए रस्सी के सहारे जाने के लिए मजबूर है।
ये पुल कुलागाड़ में बीआरओ ने 45 करोड़ की लागत से बनाया था। तेज़ बारिश ने इस पुल को ध्वस्त कर दिया। ब्यास घाटी के निवासी अश्विन नपलच्याल कहते हैं कि लोगों को अपनी जिंदगी खतरे में डालनी पड़ रही है। यह पुल बॉर्डर की तीनों घाटियों की लाइफलाइन था।
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