मणिपुर हिंसा की जांच CBI करेगी, अफवाहों से बचें और जिनके पास हथियार हैं सरेंडर करें: अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री का ऐलान- पीड़ित परिवारों को मिलेगी 10-10 लाख रुपये की सहायता राशि
इंफाल: हिंसा की मार झेल रहे मणिपुर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दौरे के आखिरी दिन अपना शांति प्लान बताया। गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए उन्होंने कहा कि मणिपुर हिंसा एक गलत गलतफहमी की वजह से हुई है। इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) करेगी। इसे लेकर हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में ज्यूडिशियल कमीशन बनाया जाएगा और कल से सर्च ऑपरेशन शुरू हो जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हिंसा में मारे गए लोगों के पीड़ित परिवारों को पांच लाख मणिपुर सरकार और पांच लाख केंद्र सरकार देगी। अन्य लोग, जोकि घायल हुए हैं या इस हादसे में उनकी किसी भी प्रकार की क्षति हुई है, उन्हें भी सरकार की ओर से कुछ सहायता राशि दी जाएगी।
अमित शाह ने किए ये ऐलान
रिटायर जज (हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस स्तर के) की अध्यक्षता में एक ज्यूडिशियल कमीशन का गठन किया जाएगा, जो हिंसा के सभी पहलुओं, हिंसा के सभी कारणों की जांच करेगा। यह कमीशन जांच करेगा कि हिंसा के लिए कौन जिम्मेदार है?
राज्यपाल की अध्यक्षता में शांति समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें सभी पक्षों के लोग, खिलाड़ी और राजनीतिक दल के नेता शामिल होंगे।
केंद्र सरकार ने राज्य में चावल भेजा है। गैस, सब्जी और पेट्रोल की आपूर्ति की व्यवस्था कर दी गई है। इनके वितरण के लिए सस्ते अनाज की दुकान के अलावा कैंप खुलेगा, जहां इलेक्ट्रॉनिक राशन कार्ड से भी सामान मिलेगा। इन कैंपों से दवाइयां मिलेंगी और 15 पेट्रोल पंप दिन रात खुलेंगे।
एक सप्ताह में अस्थाई रेलवे प्लेटफॉर्म बनाए जाएंगे और रेलवे से आपूर्ति शुरू की जाएगी। चीजों की कमी में सुधार हो जाएगा।
हिंसा के चलते मेडिकल और डॉक्टर की असुविधा हुई है, जिसके लिए केंद्र सरकार ने आठ टीमें बनाई हैं। इनमें 20 डॉक्टर होंगे। पांच टीम पहुंच चुकी हैं, जो मेडिकल व्यवस्थाएं देखेंगी।
अमित शाह ने अपील की है कि जिन लोगों के पास हथियार हैं, वे सरेंडर कर दें। अगर वे सरेंडर नहीं करते तो शुक्रवार से पुलिस कॉन्बिंग ऑपरेशन चलाएगी और जिनके पास हथियार मिलेंगे, उन पर बड़ी कार्रवाई की जाएगी।
केंद्रीय गृह मंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाह पर ध्यान न दें। साथ ही जिनकी प्रॉपर्टी का नुकसान हुआ है, उनको भी आर्थिक मुआवजा दिया जाएगा।
इंफाल में किया राहत शिविर का दौरा
इससे पहले बुधवार को अमित शाह ने इंफाल में एक राहत शिविर का दौरा किया, जिसमें मेइती समुदाय के लोग रह रहे हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि मणिपुर में जल्द शांति बहाल होगी और जल्द ही घरों में सभी वापसी सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने कुकी समुदाय के संगठनों के साथ बैठक की।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि शांति बहाल करने के लिए प्रयास जारी हैं। उन्होंने सुरक्षाकर्मियों के साथ भी बैठक की थी और इस दौरान अधिकारियों से कहा था कि मणिपुर की शांति और समृद्धि उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। यहां पर जल्द से जल्द शांति बहाल करें।
10-10 लाख रुपये की सहायता राशि और नौकरी देने का ऐलान
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 29 मई को मणिपुर की राजधानी इंफाल पहुंचते ही सबसे पहले मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला और इंटेलिजेंस ब्यूरो के चीफ तपन डेका भी मौजूद रहे। इस दौरान शाह ने हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की सहायता राशि और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का ऐलान किया। उन्होंने राज्य में राशन और तेल जैसी जरूरी चीजों की सप्लाई को बेहतर करने के भी निर्देश दिए।