मणिपुर यौन हिंसा: निर्वस्त्र घुमाई गई महिलाओं के परिवार का छलका दर्द, बोले- हमारी दुनिया उजड़ गई
एक महिला के पति रिटायर्ड सूबेदार, दूसरी महिला की मां बोलीं- अब सब कुछ खत्म
इंफाल: मणिपुर में यौन हिंसा मामले में एक और जानकारी सामने आई है। यहां जिन दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाया गया था, उनमें से एक के पति आर्मी में सूबेदार थे। उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध में मैंने देश को दुश्मनों से बचाया, लेकिन अपनी पत्नी की इज्जत दंगाइयों से नहीं बचा सका। पीड़ित के पति असम राइफल्स में थे।
पूर्व सूबेदार ने बताया कि गांव पर हजार लोगों की भीड़ ने हमला किया था। भीड़ से मैं अपनी पत्नी और ग्रामीणों को नहीं बचा पाया। हमें पुलिसवालों ने भी सुरक्षा नहीं दी। तीन घंटे तक भीड़ दरिंदगी करती रही। किसी तरह मेरी पत्नी ने एक गांव में पनाह ली। कई दिनों तक वह सदमे में रही। घटना के ढाई महीने बाद भी उसकी आंखों में बेबसी और गुस्सा है।
दूसरी महिला की मां ने कहा- अब उस गांव में लौटकर नहीं जाऊंगी
वहीं, वायरल हुए वीडियो में दिख रही दूसरी महिला की मां ने कहा कि हम अब कभी अपने गांव नहीं लौटेंगे। वहीं पर मेरे छोटे लड़के की गोली मारकर हत्या कर दी गई और मेरी बेटी को शर्मिंदा किया गया। मेरे लिए अब सब कुछ खत्म हो चुका है।
बता दें कि महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने की घटना 4 मई को थोउबाल जिले में हुई थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर 19 जुलाई को वायरल हुआ। इस वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कुछ लोग दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके ले गए और उनसे अश्लील हरकतें कीं। इस मामले में पुलिस ने अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। चारों आरोपियों को कोर्ट में 21 जुलाई को पेश किया गया, जहां से उन्हें 11 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया है।
मणिपुर में महिला उत्पीड़न से जुड़ी एक तिहाई जीरो FIR
मणिपुर राज्य में तीन मई से 28 जून तक 5,960 एफआईआर दर्ज की गईं। इनमें से 1,771 मामले जीरो FIR के रूप में दर्ज हुए। इनमें से एक तिहाई मामले महिला उत्पीड़न से जुड़े हुए थे। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, मणिपुर में 2019 में 2,830, 2020 में 2,349 और 2021 में 2,484 एफआईआर ही दर्ज हुई थीं। वहीं, इस साल मई-जून में ही लगभग छह हजार मामले दर्ज हो गए।