
अशोक कुमार को भेजा गया ‘नो वर्क नो पे’ का नोटिस, पढ़ें पूरी ख़बर
मामले को बताया विवादित, मांगी जांच रिपोर्ट
ऋषिकेश कोतवाल के रूप में विभागीय जांच झेल रहे इंस्पेक्टर महेश जोशी की ताजपोशी विवादों में आ गई है। उनके खिलाफ जांच पूरी नहीं हुई है उसके बावजूद उन्हें चार्ज दे दिया गया। इस मामले में DIG गढ़वाल रेंज नीरू गर्ग ने जिला पुलिस से जांच की प्रगति रिपोर्ट मांगी है। अशोक कुमार को भेजा गया ‘नो वर्क नो पे’ का नोटिस|
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इंस्पेक्टर महेश जोशी के खिलाफ वर्ष 2020 में तत्कालीन SSP अरुण मोहन जोशी ने जांच के आदेश दिए थे जो अभी तक उनके खिलाफ जांच चल ही रही है। इस बीच शुक्रवार को उन्हें कोतवाल ऋषिकेश बनाया गया है। शनिवार को DIG नीरू गर्ग ने इस मामले को विवादित बताया और जिला पुलिस से जांच रिपोर्ट मांगी है।
बता दें छह दिसंबर 2017 को तत्कालीन SSP निवेदिता कुकरेती हरिद्वार से लौट रहीं थीं। उन्हें रास्ते में जाम मिला, पता चला कि वहां विशेष श्रेणी दरोगा अशोक कुमार की ड्यूटी थी, लेकिन वह मौजूद नहीं थे। SSP ने उन्हें आरटी सैट के माध्यम से ही लाइन हाज़िर होने का आदेश दे दिया। इसके बाद अशोक कुमार न तो थाने पहुंचे और न ही पुलिस लाइन। बाद में पता चला कि अशोक कुमार शर्मा 6 दिसंबर के पहले से ही अनुपस्थित चल रहें थे।
बता दें जांच में पाया गया कि थाना रायवाला ने अशोक कुमार की अनुपस्थिति में ही पुलिस लाइन जाना दर्शा दिया है। जबकि, अशोक कुमार ने अपनी अनुपस्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। 31 जनवरी 2020 को अशोक कुमार सेवानिवृत्त भी हो गया। इस तरह गायब रहते ही उसने लगभग 25 माह का वेतन पुलिस महकमे से लिया।
अंत में अब ‘नो वर्क नो पे’ का नोटिस अशोक कुमार को भेजा गया है। साथ ही तत्कालीन थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महेश जोशी और मुंशी मनोज कुमार की लापरवाही सामने आई है। महेश जोशी ने लाइन रवानगी और अशोक कुमार की अनुपस्थिति के बारे में कोई जानकारी पुलिस अधिकारियों को नहीं दी। इस मामले में दोनों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए थे।