
Madhya Pradesh: इंदौर में फुहारों से इंद्रदेव ने किया भगवान शिव का जलाभिषेक
Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश के इंदौर में भगवान शिव के प्रिय सावन महीने के पहले सोमवार को अहिल्या की नगरी इंदौर शिव भक्ति में रम गई। सुबह-सुबह से मंदिरों में भक्तों की कतारें लग गई। रिमझिम फुहारों के जरिये इंद्रदेव ने भी भगवान शिव का जलाभिषेक किया।
मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर में शहर के प्राचीन पंचकुइया स्थित भूतेश्वर महादेव, पंढरीनाथ चौराहा स्थित इंद्रेश्वर महादेव, गांधी हाल स्थित गोपेश्वर महादेव मंदिर पर श्रध्दालुओं का तांता लगा। इस अवसर पर भगवान को फूल, बिल्व पत्र, भांग, धतूरे से श्रृंगार किया गया था।
इस अवसर पर शिव मंदिर विद्याधाम में लघु रुद्राभिषेक 21 विद्वानों द्वारा किया जा रहा है। इसमें भक्तों की भागीदारी भी खासी संख्या में थी। नसिंह मंदिर नृसिंह बाजार में सावन सोमवार पर शिव-पार्वती का आकर्षक सजावट किया गया था। इस अवसर पर प्रसाद वितरण भी किया गया। हंसदास मठ बड़ा गणपति पर हंसेश्वर महादेव मंदिर पर रुद्राभिषेक हुआ।
गांधीनगर स्थित खेड़ापति हनुमान मंदिर में अखंड रामायण पाठ किया जा रहा है। यह सिलसिला 23 अगस्त तक चलेगा। कपलेश्वर महादेव मंदिर समिति के तत्वावधान में कपलेश्वर महादेव मंदिर काटजू कालोनी में सुबह आमरस से महादेव का अभिषेक किया गया।
दूध, दही, फलों के रस से हुआ अभिषेक
गेंदेश्वर द्वादश ज्योर्तिलिंग मंदिर (शिवधाम) परदेशीपुरा पर अनेक धार्मिक आयोजन शुरू हो गए हैं। सुबह 6 बजे भगवान भोलेनाथ की मंगला आरती की गई। इसके बाद सुबह नौ बजे से रुद्राभिषेक दूध, दही, शहद, गन्ने का रस, विभिन्न् फलों के रस, गंगाजल, भांग, भस्मी, शक्कर, इत्र, गुलाब जल आदि से किया गया।
वैसे तो शिवधाम में पूरे वर्ष पार्थिव शिवलिंग बनाकर उनका अभिषेक किया जाता है लेकिन इस वर्ष कोरोना वायरस एवं अन्य वायरस से मानव जाति की रक्षा एवं सभी की सुख समृध्दि की कामना के लिए चंद्रयंत्र पर निर्मित 1100 पार्थिव शिवलिंगों का पूजन सावन में प्रतिदिन किया जा रहा है।
इसके अलावा शिवधाम के संस्थापक श्यामसुंदर विजयवर्गीय की स्मृति में 15 से 21 अगस्त तक कथावाचक पवन तिवारी द्वारा संगीतमय शिवपुराण भक्तों को सुनाई जाएगी।