Madhya Pradesh: शहडोल, सिंगरौली में झमाझम बरसे बादल, बढ़ा नदी-नालों का जल स्तर
Madhya Pradesh : मानसून का कहर इस वक्त देश के हर राज्य में जमकर भरपा रहा है इसका असर मध्य के राज्यों में सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा हैं। मध्यप्रदेश के कई जिलों में लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हैं। कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं वहीं महाकोशल, विंध्य व बुंदेलखंड के कई जिलों में कल रात से बरसात का दौर जारी है। कहीं रिमझिमि तो कहीं मूसलाधार बारिश हो रही है। सिंगरौली और शहडोल, दमोह में मूसलाधार वर्षा से नालों, नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है।
वहीं मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में मंगलवार सुबह से ही जबलपुर जिलें में मेघ छाए हुए हैं। शहडोल में भी सुबह से ही मूसलाधार बारिश का दौर जारी हो गया है। मंगलवार की सुबह जब लोग नींद से जागें तो देखा कि आसमान से बरसात की बूंदे धीमी नहीं बल्कि काफी तेज गिर रही हैं। हालांकि सोमवार की शाम से ही हल्कीं फुहारे गिर रही थी। बीच-बीच में हल्की तेज बरसात भी हो जाती थी लेकिन मंगलवार की सुबह 9 बजे से जमकर बरसात का जारी रहा।
इस जिले में औसतन 617 मिलीमीटर वर्षा
एक जून से लेकर अब तक शहडोल जिले में औसत 617 मिलीमीटर बरसात दर्ज की जा रही है वही 9 अगस्त से लेकर 10 अगस्त की सुबह 8:00 बजे तक कुल 249 मिलीमीटर जिले में बरसात हो चुकी है।
बाणसागर बांध में बढ़ रहा जलस्तर
शहडोल जिले के बाणसागर बांध में जल का भराव बढ़ रहा है 10 अगस्त की सुबह 8:00 बजे जो रिपोर्ट जारी की गई है उसके अनुसार बांध में 336.24 मीटर पानी का भराव दर्ज किया गया है।
बालाघाट में मेघ छाए हुए हैं और बौझार हो रही है। वहीं जबलपुर में बादल छाए हुए हैं, मगर बरसात नहीं हो रही है। जबलपुर में बरसात का आंकड़ा औसत आंकड़ा से काफी पीछे चल रहा है। बीते हफ्ते यहां लगातार बारिश हुई, मगर लोगों का मूसलाधार बरसात का इंतजार है।
बारिश बाढ़ और त्रासदी! Madhya Pradesh में मूसलाधार बारिश ने मचाई जमकर तबाही