
यूपी चुनाव से पहले भाजपा 9 अगस्त से 26 जनवरी तक करेगी 100 से ज्यादा कार्यक्रम, रूपरेखा तय
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने इन कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि बैठक में संगठन के आगामी कार्यक्रमों को लेकर चर्चा हुई है और उत्तरप्रदेश के सभी मंत्री, राज्य के सांसदों और पदाधिकारियों की भी बैठक हुई ।
लखनऊ : यूपी में अगले साल की शुरुआत में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने 100 से अधिक कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी की है । 9 अगस्त से 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) के बीच अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने इन कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि बैठक में संगठन के आगामी कार्यक्रमों को लेकर चर्चा हुई है और उत्तरप्रदेश के सभी मंत्री, राज्य के सांसदों और पदाधिकारियों की भी बैठक हुई ।
प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि सभी बैठकों में संगठन और सरकार की दृष्टि से सुझाव आये हैं। उन्होंने कहा कि पन्ना प्रमुखों का सम्मेलन आयोजित किया जाएगा और बूथ समितियों का सत्यापन किया जाएगा तथा सभी सत्ताइस हजार से अधिक शक्ति केंद्रों के संयोजक और प्रभारी रक्षा बंधन के बाद अपने शक्ति केंद्र पर होंगे और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा वर्चुअल माध्यम से सभी शक्ति केंद्रों से जुड़कर सबको संबोधित करेंगे।
उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के मौके पर पन्ना प्रमुखों का सम्मेलन और बूथों का सत्यापन दो महत्वपूर्ण कार्यक्रम तय किए गये हैं। इसके पहले भाजपा के प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल ने पत्रकारों से नौ अगस्त से शुरू होने वाले कार्यक्रमों की संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत की।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि नौ अगस्त को क्रांति दिवस है और इस दिन नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष एवं ब्लाक प्रमुख योजना बनाकर देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों एवं शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
भाजपा संगठन मंत्री सुनील बंसल ने बताया कि 23 अगस्त के बाद शक्ति केंद्र प्रभारी और संयोजकों के सम्मेलन को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा वर्चुअल माध्यम से संबोधित करेंगे और इसके बाद मंडल अध्यक्षों, सेक्टर प्रभारियों के भी सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा ग्राम चौपाल, किसान चौपाल का आयोजन किया जाएगा और 100 से ज्यादा कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे जो 26 जनवरी तक लगातार जारी रहेंगे।
यह भी पढ़ें: सपा प्रमुख को ‘अब्बा’ शब्द से इतनी नफरत क्यों है ? डैडी कहने में तो एतराज नहीं- सिद्धार्थनाथ सिंह