
जातीय जनगणना पर भाजपा को लोजपा का समर्थन
जीतन राम मांझी के बाद अब चिराग पासवान भी सरकार के साथ जातीय जनगणना के मुद्दे के समर्थन में हुए खड़े।
नई दिल्ली : बीजेपी को बड़ी राहत मिली है क्योंकि इसके द्वारा खेले गए ओबीसी दांव पर बीजेपी को भारी समर्थन मिल रहा है। जीतन राम मांझी, के बाद अब चिराग पासवान भी सरकार के जातीय जनगणना के मुद्दे पर समर्थन में हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि इतने लंबे समय में अब जाकर ये एक ऐसा इकलौता मुद्दा है। जिस पर दोनों चाचा भतीजे जिनके बीच कुछ समय तक भारी विवाद चल रहा था आज इस मुद्दे पर एकमत हैं।
इसके साथ ही उस समय पहले चिराग पासवान ने युवाओं के भविष्य को लेकर चिंता प्रकट करते हुए कहा था कि हमें धर्म जाति से ऊपर उठकर युवाओं के विकास पर ध्यान अर्जित करना चाहिए। जिसके चलते उन्होंने सरकार को घेरते हुए कहा कि जब बाकी सारे मुद्दों पर आयोग का गठन है तो युवा आयोग पर क्यों नहीं।
जिस पर उनके चाचा का मत भी उनसे मेल खाता है। जिस पर उन्होंने कहा कि देश को जाती के आधार पर बात ना देश के लिए किसी बिस्तर से सही नहीं होगा।
इसके साथ ही आपको बता दें कि इस जातीय जनगणना के मुद्दे पर भाजपा के नेताओं का भी कहना लगभग चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति पारस से मेल खाता है। साथ ही चिराग की पार्टी लोजपा के किसी बड़े नेता ने राजद और जदयू की तरह जाति आधारित जनगणना के मसले पर केंद्र सरकार का अभी तक कोई विरोध नहीं किया है।
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