
Lifestyle: लंबी उम्र जीना चाहते हैं, तो इन चीजों को हमेशा करें न
Lifestyle: आज के समय में सेहत का ख्याल रहना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। इसके लिए सेहत का विशेष ख्याल रखना पड़ता है। लापरवाही बरतने पर कई बीमारियां पैदा हो जाती हैं। खासकर खराब दिनचर्या, अनुचित खानपान और तनाव की वजह से मोटापा, शुगर, हाई ब्लड प्रेशर आदि बीमारियां दस्तक देने लगती हैं।
इससे न केवल हमारी लाइफस्टाइल (Lifestyle) सेहत पर बुरा असर पड़ता है, बल्कि आयु भी क्षीण हो जाती है। डॉक्टर्स हमेशा सेहतमंद रहने के लिए मेडिटेरेनियन और जापानी डाइट लेने की सलाह देते हैं। ऐसा माना जाता है कि इन डाइट्स को फॉलो करने से आयु बढ़ती है। अगर आप भी लंबी उम्र जीवन चाहते हैं, तो मेडिटेरेनियन या जापानी डाइट जरूर फॉलो करें। साथ ही कई चीजों से परहेज करें।
आइए जानते हैं-
शराब का सेवन न करें
जैसा कि हम सब जानते हैं कि शराब के सेवन से सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इससे हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक समेत लिवर से संबंधित बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। साल 2018 की एक शोध की मानें तो एक हफ्ते में 7 से 14 पैग शराब पीने वाले व्यक्ति की उम्र 6 महीने घट जाती है।
वहीं, प्रति हफ्ते 14 से 25 पैग शराब पीने वाले व्यक्ति की उम्र 1 से 2 साल कम हो जाती है। जबकि, 25 से अधिक पैग शराब पीने वाले की आयु 4 से 5 साल कम हो जाती है। इसके लिए शराब का सेवन न करें। इससे उम्र कम होती है।
चीनी का सेवन कम करें
विशेषज्ञों की मानें तो शरीर में अत्यधिक कैलोरी और ब्लड शुगर से मोटापा, कैंसर, मधुमेह, दांतों और लिवर की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसके लिए चीनी का सेवन कम मात्रा में करें। वहीं, चाय, कॉफी, चटनी, केचअप, केक, कोल्ड ड्रिंक आदि का सेवन सीमित मात्रा में करें। जूस पीने के बदले में ताजे फल खाएं।
फ्राइड चीजें न खाएं
फ्रेंच फ्राइज और आलू के चिप्स न खाएं। इनमें कैलोरी उच्च मात्रा में पाई जाती है। इसके लिए सीमित मात्रा में ही इन चीजों का सेवन करें। लापरवाही बरतने पर मोटापा और डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है। साथ ही कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ने लगता है। इसके लिए हमेशा फ्राइड चीजों से परहेज करें।
स्मोकिंग न करें
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र की मानें तो स्मोकिंग करने वाले लोगों की आयु सामान्य लोगों के समानुपात में 10 साल कम हो जाती है। इससे अकाल मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञों की मानें तो स्मोकिंग करने वाले लोगों में मृत्यु दर सामान्य लोगों के मुकाबले में तीन गुना अधिक है। इससे फेफड़े और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।