
Vodafone-idea संकट पर वित्त मंत्री ने कहा अधिकारी आपस में कर रहे बात, मेरे पास कुछ नहीं आया
नई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कई अधिकारी वोडाफोन आइडिया के संकट पर बात कर रहे, लेकिन अभी तक उनके पास कुछ नहीं आया है। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार की तरफ से वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (Vodafone-idea) को बंद होने के कगार पर पहुंचने से पहले रोकने के लिए रास्ता निकालने का प्रयास किया जायेगा।
सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी का वित्तीय स्थिति उसके कर्जदाताओं के लिए एक चिंता का कारण है। वित्त मंत्री ने मीडिया वार्ता में कहा कि कई अधिकारी की आपस में बातचीत चल रही हैं, लेकिन मेरे पास कोई नहीं आया है। जबकि, वित्त मंत्री ने यह नहीं बताया कि सरकारी अधिकारियों के बीच बातचीत हो रही थी। वोडाफोन आइडिया से कर्जदाता बात कर रहे थे। सरकार को दी जाने वाली बकाया राशि की दोबारा गणना करने की याचिका सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी था।
वोडाफोन आइडिया पर अपने अस्तित्व को बनाए रखने का संकट है। इसके लिए कंपनी संघर्ष कर रही है। वोडाफोन आइडिया ने 1,06,010 करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम पेमेंट के दायित्वों तथा 62,180 करोड़ रुपये की सरकार के
नियमित किया हुआ सकल राजस्व (एजीआर) दायित्व को टाल दिया है।
हाल ही में उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला ने VIL के चेयरमैन का पद छोड़ने का एलान किया था। कंपनी को संकट से उबारने के लिए उन्होंने सरकारी मदद मांगी थी। साथ ही वीआईएल में अपनी भागीदारी छोड़ने की भी प्रस्तुति की थी। 2016 मार्च के बाद से वोडाफोन आइडिया निरंतर वार्षिक आधार पर नुकसान उठा रही है।