जानिए एम्स हॉस्पिटल में अस्पताल प्रशासन ने गैरजरूरी कामों को क्यों बोला न ?
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। वहीं अब एम्स भी इससे अछूता नहीं है। एम्स के निदेशक कार्यालय में सभी कर्मचारी पॉजिटिव पाए गए हैं। बताया जा रहा है कि आठ से ज्यादा कर्मचारी कोरोना की चपेट में आ गए हैं।
गैरजरूरी काम ठप्प
कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ ही एम्स में सभी रूटीन भर्तियां दैनिक कार्यकलाप और गैर जरूरी सर्जरियां अगले आदेश तक के लिए रोक दी गईं हैं। जय प्रकाश नारायण एपेक्स ट्रॉमा सेंटर के ओपीडी को 8 जनवरी, 2022 से ओल्ड आरएके की ओपीडी में शिफ्ट कर दिया जाएगा, जो पांचवीं मंजिल पर स्थित है।
स्वास्थ्य कर्मचारियों से मिले स्वास्थ्य मंत्री मांडविया
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कोरोना संक्रमित स्वास्थ्य कर्मचारियों से मुलाकात कर उनका स्वास्थ्य जाना। दिल्ली एम्स पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री ने पहले पीपीई किट पहना। इसके बाद एम्स के न्यू प्राइवेट वार्ड स्थित कोरोना क्षेत्र में प्रवेश किया। इस दौरान उनके साथ एम्स के वरिष्ठ डॉ. अचल श्रीवास्तव भी मौजूद रहे।
100 से ज्यादा कर्मचारी हैं कोरोना संक्रमित
दरअसल दिल्ली एम्स में पिछले कुछ दिन में ही 100 से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना वायरस की चपेट में आए हैं। इनमें डॉक्टरों के अलावा नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ और सुरक्षा गार्ड हैं। साथ ही रेजिडेंट डॉक्टरों की संख्या भी काफी अधिक है। न्यू प्राइवेट वार्ड का एक बड़ा हिस्सा एम्स ने कोविड मरीजों के लिए आरक्षित किया है।