
उत्तराखंड में जानिए मतदान के लिए क्यों बांटे जा रहे बैलेट पेपर?
सितारगंज। उत्तराखंड में आगामी चुनाव में कोरोना संक्रमित , दिव्यांग और 80 वर्ष से ऊपर के लोग भी इस चुनाव में मतदान का प्रयोग कर पाएंगे। इसके लिए प्रशासन ने बीएलओ द्वारा विधानसभा क्षेत्रों में ऐसे मतदाताओं को अब तक चार हजार तक फार्म बांटे गए है। इसके चलते बीएलओ की देखरेख में पोस्टल बैलेट के जरिए मतदाताओं के घर पहुंच कर उनके मत लिए जाएंगे। वहीं दूसरी ओर नगर के मुख्य चौराहों पर प्रशासन ने मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए बैनर भी लगाए।
एसडीएम तुषार सैनी ने इस विषय पर जानकारी देते हुए बताया कि, ” प्रत्येक मतदान केंद्रों में आमजन के साथ ही दिव्यांग व बुजुर्गों के लिए भी उचित व्यवस्था की जा रही है। जिससे कि मतदान करने में उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े। दिव्यांग व 80 प्लस के ऐसे मतदाता जो मतदान केंद्रों के लंबी कतारों में खड़े होने व मतदान केंद्र तक आने में असमर्थ हैं, उनके लिए चुनाव आयोग की ओर से दिए गए पोस्टल बैलट सुविधा का इस्तेमाल किया जाएगा।”
इसके आगे बोलते हुए उन्होंने बताया कि, “इस सुविधा के तहत क्षेत्र के दिव्यांग व 80 प्लस मतदाताओं की सूची तैयार कर बीएलओ के माध्यम से उनके पास 12 डी का फॉर्म भेजा जाएगा। इस फार्म में मतदाता की ओर से केंद्र तक आने में असमर्थता जाहिर करने पर एक टीम मतदाता के घर पर पहुंचकर पोस्टल बैलट के जरिए उनका मत लेगी। तहसीलदार शुभांगिनी ने बताया कि लोगों को मतदान की महत्व से परिचय करवाते हुए प्रत्येक मत का इस्तेमाल हो सके इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसको लेकर नगर के मुख्य जगह पर मतदान के प्रति जागरूक करने वाले बैनर भी लगवाए जा रहे हैं। जिससे कि लोग मतदान के प्रति जागरूक होकर अधिक से अधिक अपने मतों का इस्तेमाल कर सके।”